चंद्रगुप्त मौर्य का गुरु चाणक्य नही थे.
शिवाजी महाराज का गुरु रामदास नही थे.
कबीर का गुरु रामानंद नही थे.
इसी तरह डॉ बाबा साहेब अंबेडकर को सरनेम किसी अंबेडकर नाम के ब्राह्मण शिक्षक ने नही दिया था.
चाणक्य की तरह यह भी एक मिथ है.
बाबा साहेब का सरनेम सकपाल था. महाराष्ट्र में अधिकतर उपनाम गांव के नाम पर रखने का चलन आम था. गांव के नाम के साथ "कर" जोड़ सरनेम लिखा जाता था. कर का अर्थ हिंदी में "वाला" होता है.
बाबा साहेब के गांव का नाम "अम्बावड़े" था. अम्बावड़े से "आंबेडकर" बना. डॉ बाबा साहेब को यह सरनेम किसी ब्राह्मण शिक्षक ने नही दिया. यह एक मिथ है.
इसके बावजूद यह मिथ यह झूठ "विकिपीडिया" के माध्यम से फैलाया जा रहा है. देश का हर चौथा आदमी SC है, इसके बावजूद विकिपीडिया पर झूठ मौजूद है.