अंबानी ने बैंक से मदद मांगी। 49000 करोड़ का कर्ज लिया। इज्जत के साथ कर्ज मिला, फिर मोदी सरकार ने इसे 455 करोड़ में सेटल कर दिया। 48,545 करोड़ हजम।
एक किसान सिर्फ एक बोरी खाद मांग रहा है। उसकी भी कीमत चुकाएगा। लेकिन खाद के बदले उसे लाठी से पीटा जा रहा है।
यही अमृतकाल है!