🙏👏
न खुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम
न इधर के रहे न उधर के रहे...!!!!¡!!!!!!!!
आखिर वोलोडिमिर ओलेक्सांद्रोविच जेलेंस्की को युरोप अमेरिका के बहकावे में आकर उनके कंधे पर बंदूक रखकर चलाने से क्या हासिल हुआ।
अब जब अमेरिका ने अपना कंधा ही हटा लिया।
नाटों की सदस्यता लेने की जिद में रूस से युद्ध किया बदले में लाखों सैनिक/नागरिक मारे गए।
लाखों घायल हुए।
एक विकसित राष्ट्र खंडहर में तब्दील हो गया।
इन्फ्रास्ट्रक्चर ध्वस्त हो गई।
शांति पसंद नागरिकों ने देश छोड़ दिया।
अर्थव्यवस्था मिट्टी में मिल गई।
उद्योग-धंधे नष्ट हो गए।
