कभी लोग उस पर हँसते थे, लेकिन आज दुनिया उसके साथ हँसती है।
कभी आरजे की नौकरी से रिजेक्ट हुए, कभी उनके लुक्स पर ताने मिले, और एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें स्टेज से मात्र 90 सेकंड में उतरना पड़ा।
लेकिन ज़ाकिर खान ने हार नहीं मानी।
संघर्षों से लड़ते हुए, सपनों को थामे हुए, उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज वही ज़ाकिर खान इतिहास रच चुके हैं — मैडिसन स्क्वेयर गार्डन में हिंदी स्टैंड-अप करने वाले पहले भारतीय बने, वह भी सोल्ड-आउट शो में।
यह कहानी है हिम्मत, जुनून और सपनों को सच करने की।