5 ث - ترجم

अरबों सूरज का नूर भी जिनके आगे शर्माए,
नूरी रब्बी रूप में शाह मस्ताना जी, शाह सतनाम जी आए,
इलाही ताकत नौजवान, जो खुद खुदा को परवान,
हम थे, हम हैं, हम ही रहेंगे, वचन हुए फरमान।
संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के अति पावन गद्दीनशीनी दिवस की बहुत बधाई।
#mahaparopkardiwas

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