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लियर मध्यप्रदेश पूर्व अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अनिल मिश्र जी आप सब इनको पहचानते ही है संविधान की आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ रहे है संविधान विरोधियों में खलबली मचाए है पिछले कुछ महीनों से इनके पीछे तथा कथित दलित पिछड़े अम्बेडकरवादी पड़े हुए हैं, इनकी हत्या करने, जूते मारने, मां बहन का रेप करने की धमकियां दे रहे है पुलिस के सामने मिडिया के सामने चौराहे में हर जगह सिर्फ धमकी दे रहे हैं। पर बंदा रुका नहीं झुका नहीं है सीना ताने खड़ा है
इन्होंने भीम राव अम्बेडकर की आलोचना कर दी, क्योंकि इस देश की आजादी में अम्बेडकर का कोई योगदान नहीं है उन्होंने कभी अंग्रेजो का विरोध नहीं किया आदि आदि।
संविधान में प्रदत्त जाति आधारित कानून और सुविधाओं को लेकर कुछ लोग देश को अपनी बपौती समझ रहे हैं और ब्राह्मणों को विदेशी बता रहे हैं, इस देश में लोकतंत्र है लोकतंत्र में वोटबैंक महत्वपूर्ण है इसीलिए जिनकी संख्या ज्यादा है उनका इस देश में एकतरफा राज है उनके लिए सब आवाज उठाने वाले हैं लेकिन जो वास्तविक रूप से पिछड़े हैं 70 सालों से वंचित हैं उन्हें मुख्य धारा से पीछे धकेला जा रहा है।
सरकारी खैरात बंद न हो जाए इसलिए ब्राह्मणों को गाली देना, उन्हें शोषण कर्ता बताना अनवरत जारी है।
इस देश में ईश निंदा हो सकती है, भगवान को गाली दी जा सकती है लेकिन अंबेडकर की आलोचना नहीं हो सकती है।
फिलहाल आज अनिल मिश्रा जी को सभी हिंदुओं, मैरिट धारियों, मुफ्तखोरी विरोधियों के समर्थन की आवश्यकता है,
सभी सनातनी भाई बहन आपके साथ हैं और तन मन धन से आपकी मदद करेंगे ।🙏🇮🇳🇮🇳
#अनिल_मिश्रा_ग्वालियर

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