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जो बोले सो निहाल!
सत् श्री अकाल!
श्री गुरु नानक देव जी महाराज ने आज से 500 वर्ष पूर्व समाज के संगठन के लिए, मूल्यों और आदर्शों की स्थापना के लिए जो दिव्य संदेश दिया, वह आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उसी की नींव पर आज भारत की सामाजिक और नैतिक व्यवस्था दृढ़तापूर्वक खड़ी है।
सिख पंथ के संस्थापक व प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 556वें प्रकाश पर्व पर आज लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सहभाग कर उनकी पावन स्मृतियों को नमन किया।

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