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मेडल नहीं मिला, लेकिन पूरे देश के दिल में जगह बना ली!
25 साल की प्रतीका रावल नाम भले नया हो, लेकिन प्रदर्शन ने पूरे टूर्नामेंट में भारत की जीत की दिशा बदल दी।
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में प्रतीका ने 6 मैचों में 308 रन बनाए और कई मौकों पर मुश्किल में फंसी टीम को स्थिरता दी और मैच जिताने वाली पारियां खेलीं।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच में चोट लगने के बाद वे टूर्नामेंट के आखिरी दो चरणों (सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल) से बाहर रहीं।
नियमों के अनुसार, केवल अंतिम 15 सदस्यीय स्क्वॉड को विजेता पदक मिलता है — इसलिए प्रतीका को मेडल नहीं मिला, लेकिन उनके प्रदर्शन और समर्पण को देखकर हर क्रिकेट प्रेमी का दिल जीत लिया उन्होंने।
प्रतीका कहती हैं —
“मुझे वर्ल्ड चैंपियन जैसा ही महसूस हो रहा है, क्योंकि टीम की जीत में मेरा भी हिस्सा है।”
यह कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, यह कहानी है उस विश्वास की कि सपने तभी पूरे होते हैं जब आप हार मानने से इनकार करते हैं।

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