बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक 'भारत रत्न' महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।
राष्ट्रजीवन के उत्थान के लिए समर्पित मदन मोहन मालवीय जी ने स्वतंत्रता संग्राम की अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर अदम्य साहस का परिचय दिया और शिक्षा को राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का आधार बनाया। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में स्थापित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय आज भी ज्ञान, चरित्र और राष्ट्रभावना का प्रतीक बनकर खड़ा है। मालवीय जी का जीवन हमें यह संदेश देता है कि जब शिक्षा में संस्कार और राष्ट्रधर्म का संयोग होता है, तब पीढ़ियाँ नहीं, बल्कि भविष्य गढ़ा जाता है। उनका आदर्श मार्ग सदैव हम सभी को राष्ट्रसेवा, सामाजिक जागरूकता और युवा सशक्तिकरण के लिए प्रेरित करता रहेगा।