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र्म एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सिख पंथ के नौवें पातशाह, हिन्द दी चादर, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।
गुरु तेग बहादुर जी ने अपने अडिग साहस, अद्वितीय त्याग और आध्यात्मिक तेज से समाज को अन्याय, दमन और असहिष्णुता के विरुद्ध खड़े होने की प्रेरणा दी। धार्मिक स्वतंत्रता, मानवाधिकारों और भारत की सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने हेतु उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र सदैव ऋणी रहेगा।
एकता, करुणा और सद्भाव का मार्ग दिखाने वाले गुरु तेग बहादुर जी का जीवन-चरित आने वाली पीढ़ियों को भी कर्तव्य, सत्य और सेवा की भावना से ओत-प्रोत करता रहेगा।

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