छत्तीसगढ़ के एक खेत में इंसान ने नवजात बच्ची को मरने के लिए छोड़ दिया लेकिन वहीं एक सड़क की कुतिया ने उसे अपने पिल्लों के बीच सुलाकर रात भर गर्मी देकर बचा लिया। इंसान ने छोड़ा था लेकिन एक जानवर ने बचा लिया..!
जब इंसानियत शर्मिंदा हो जाती है तब कभी-कभी एक बेजुबान जानवर वो कर दिखाता है, जो हम इंसान करना भूल जाते हैं। छत्तीसगढ़ के एक खेत में किसी ने एक नवजात बच्ची को मरने के लिए छोड़ दिया। ठंडी रात खुला खेत कोई कपड़ा तक नहीं। सुनने में भी रूह काँप जाए।
लेकिन वहीं पास घूम रही एक सड़क की कुतिया उस बच्चे के रोने की आवाज़ सुनकर दौड़ी आई। उसने न सोचा न डरी बस अपना फर्ज़ समझकर बच्ची को अपने पिल्लों के बीच लिटा लिया रात भर उसे गर्मी देकर जिंदा रखा।
सुबह जब लोग भरोसा नहीं कर पा रहे थे, तब सच यही था -इंसान ने छोड़ा था लेकिन एक जानवर ने बचा लिया।
ये कहानी बस खबर नहीं है ये याद दिलाती है कि इंसानियत कपड़ों में नहीं, दिल में होती है..!