4 uur - Vertalen

क्या था वो रहस्य, जो इतिहास के पन्नों में दब गया? 🇮🇳
आज भी एक सवाल हमें सोचने पर मजबूर करता है: "अगर सारे देशभक्तों को अंग्रेज़ों ने मारा, तो गाँधी को एक भारतीय ने क्यों मारा?" 🤔
यह सिर्फ़ एक सवाल नहीं, बल्कि हमारे इतिहास के एक जटिल और विवादास्पद अध्याय की ओर इशारा करता है। क्या वाकई गाँधी जी और अन्य क्रांतिकारियों के रास्ते इतने अलग थे?
गाँधी जी का तरीक़ा था अहिंसा और सत्याग्रह। उनका मानना था कि प्रेम और शांति से भी आज़ादी मिल सकती है। भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और अन्य महान वीरों ने क्रांति का रास्ता चुना, क्योंकि उन्हें लगा कि बिना संघर्ष के आज़ादी नहीं मिलेगी। दोनों का लक्ष्य एक ही था - आज़ादी, लेकिन रास्ते अलग थे।
लेकिन, फिर भी सवाल वहीं का वहीं है। जब अंग्रेज़ क्रूरता की हद पार कर रहे थे, उन्होंने हमारे कई वीरों को फाँसी दी, जेलों में डाला, और मारा। तो मोहनदास करमचंद गाँधी को मारने की ज़रूरत एक भारतीय को क्यों पड़ी?
क्या यह राजनीतिक मतभेद था? क्या यह विचारधारा का टकराव था? या फिर यह आज़ादी के बाद की राजनीतिक दिशा से जुड़ा कोई गहरा असंतोष था?
यह तस्वीर और यह सवाल हमें मजबूर करते हैं कि हम अपने इतिहा

image