इंडोनेशिया के सुमात्रा में 'साइक्लोन सेन्यार' और भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने भयानक विनाश किया है। इस आपदा में अब तक 836 लोगों की जान जा चुकी है, 518 लोग लापता हैं और 2700 से अधिक घायल हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 40 वर्षों में पाम ऑयल और कागज उद्योगों के लिए सुमात्रा के 74% जंगल काट दिए गए हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से पहाड़ों पर छोड़े गए लकड़ी के विशाल लट्ठे बारिश के पानी के साथ बहकर आए और उन्होंने गांवों को पूरी तरह तोड़ दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जंगल सुरक्षित होते, तो इस तबाही का असर 70% तक कम हो सकता था।