शिव के पाँचों स्वरूपों का दुर्लभ पाषाण पंचमुखी विग्रह
यह अद्वितीय पंचमुखी शिवलिंग, एक दुर्लभ पाषाण शिल्प है, जो भगवान शिव के पाँच अनुपम स्वरूपों - ईशान, तत्पुरुष, वामदेव, अघोर और सद्योजात - का अद्भुत प्रतीक है।
यह प्राचीन कलाकृति सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि भारतीय परंपरा में बहुमुखी शिव की गहन दार्शनिक अवधारणा और उनकी सर्वव्यापकता को दर्शाती है।
इस अनमोल सांस्कृतिक धरोहर को राज्य संग्रहालय, लखनऊ में संरक्षित किया गया है। यह शिल्प भारतीय कला और आध्यात्मिक विरासत का एक अमूल्य उदाहरण है।