खबर एक साल पुराना है, लेकिन फिर से दिखाने का मतलब सिर्फ इनकी सोच का पर्दाफास करना।
पिछले साल एक जिहादी जिसने अपने बकरे की कुर्बानी देने के लिए बेचने लाया था। उस बकरे के पीठ पर राम लिखा हुआ था।
ये कोई अनजाने में किया गया कार्य नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिस थी। और आप समझ सकते हैँ कि हिन्दू देवी देवताओं के प्रति इनके मन में कितना नफरत भरा हुआ है।
इस आदमी पर तो कार्यवाई हुआ था या नही इसका पता तो नही चला लेकिन इसके जैसे करोड़ो हैँ जिनके दिलो दिमाग में हिन्दू देवी देवताओं के खिलाफ जहर भरा होता है।
ये बात उन सेक्युलर हिन्दुओं को समझना चाहिए जो भाईचारा निभा रहे हैँ——०