1 d - Translate

पुणे की 13 साल की धृति रांका ने पूरे देश को गर्व का मौका दिया है। बौद्धिक दिव्यांगता के बावजूद धृति ने कला और संगीत में अपनी अद्भुत प्रतिभा से राष्ट्रीय पहचान बनाई है।
उन्हें भारत सरकार के Ministry of Social Justice and Empowerment द्वारा दिए जाने वाले श्रेष्ठ दिव्यांग बालिका पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस उपलब्धि के लिए उन्हें प्रमाण पत्र, पदक और 1 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी मिली है।
डाउन सिंड्रोम के साथ जन्मी धृति की यह जीत साबित करती है कि जुनून, मेहनत और परिवार का साथ मिल जाए तो कोई भी बाधा रास्ता नहीं रोक सकती।
यह सम्मान उन सभी बच्चों के लिए प्रेरणा है जो चुनौतियों के बीच अपने सपनों को जीना चाहते हैं।
धृति आज सिर्फ एक पुरस्कार विजेता नहीं, बल्कि समावेशन और हौसले की मिसाल बन चुकी हैं।

image