पिता को जेल से छुड़वाने के लिए वापस आई बेटी ।बेटी के चाल चलन ठीक नहीं थे इसलिए चुनरी से हाथ बांध कर पिता और मा ने फेक दिया था नहर में ।पिता बेटी के ह*त्या के आरोप में जेल में बंद था । लगभग 68 दिन पूर्व बाप-मां ने हाथ बांधकर नहर में बड़ी बेटी को फेंक दिया था। बता दें कि पीड़िता ने सीधा पुलिस से संपर्क करने की बजाए एक पत्रकार का सहारा लिया। पीड़िता प्रीत कौर (17) ने सोशल मीडिया के माध्यम बताया कि उसके माता-पिता ने जो किया वो गलत था। उसका पिता सुरजीत सिंह वासी हाऊसिंग बोर्ड कालोनी नहर में धक्का देकर मरा समझकर चला गया। पीड़िता ने बताया कि नहर में पानी का बहाव बहुत तेज था। एक बार पानी के नीचे चली गई। अचानक चुनरी से बंधे हाथ खुल गए। वह पानी के ऊपर आ गई और उसका शरीर नहर के किसी लोहे के सरिए से टकराया। उसने सरिया पकड़ लिया। अंधेरा घना था। डर लग रहा था। किसी तरह हिम्मत करके नहर के किनारे लगी घास को पकड़कर बाहर निकली। तबीयत खराब थी। अंधेरे में वह चलती गई और रास्ते में दो लड़के और एक महिला मिली। तब पता चला कि वह बजीदपुर की तरह जा रही थी। उसे उन लोगो ने लिफ्ट दी। पीड़िता ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि 68 दिनों तक किसके पास पनाह ली। उसने बताया कि पेट में पानी चले जाने के कारण बीमार थी और इलाज चल रहा था। अब वह अपनी छोटी तीन बहनों की परवाह करते हुए उसकी हत्या के आरोप में जेल में बंद पिता की रिहाई वास्ते दुनिया के सामने आई है। उसने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी है। क्योंकि उसे अपने किसी रिश्तेदार पर भरोसा नहीं है। उसने कहा मां ने ही पिता से कहा था कि इसे नहर में धक्का दे दें। जितना पिता कसूरवार है उतनी उसकी मां भी है। अब वह जीना चाहती है। उल्लेखनीय है कि तीस सितंबर की रात पौने नौ बजे के करीब पिता सुरजीत और मां ने प्रीत कौर के हाथ बांध कर गांव खलील वाला से गुजरती नहर में धक्का दिया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी थी। उधर, एसएसपी भूपेंद्र सिंह सिद्धू ने कहा कि पीड़िता ने उनके साथ सीधा संपर्क नहीं किया है। वीडियो के माध्यम उन्हें पता चला है। इस मामले की जांच की जा रही है। 🤝🏻💕🌈🏠💯👮🏻♀️🚨#photo #vairalphoto #trendingphoto #photographychaillenge #photochaillenge