4 uur - Vertalen

दो फैसले, दो किस्मतें… स्मृति मंधाना VS सानिया मिर्ज़ा” एक तरफ स्मृति मंधाना…
सगाई तक बात पहुँची, परिवार भी खुश था,
लेकिन स्मृति ने दिल की नहीं—दिमाग की सुनी।
उन्हें लगा रिश्ता आगे चलकर नहीं टिक पाएगा…
और सगाई होते ही हिम्मत दिखाकर रिश्ता तोड़ दिया।
आज उसी फैसले की वजह से उनकी ज़िंदगी भी शांत है
और करियर भी बिना किसी ड्रामे के आगे बढ़ रहा है।
और दूसरी तरफ सानिया मिर्ज़ा…
उन्होंने सगाई तोड़ी, फिर शादी की,
फिर बच्चा हुआ… सबको लगा कहानी परफेक्ट है।
लेकिन समय के साथ हालात बदले,
रिश्ते में दूरी आई और
बच्चा होने के बाद आखिरकार तलाक तक बात पहुँच गई।
दो स्टार खिलाड़ी…
दोनों ने फैसले लिए,
लेकिन नतीजे बिल्कुल अलग निकले।
स्मृति ने सही समय पर ब्रेक लगाकर ज़िंदगी बचा ली…
और सानिया ने देर से लिया फैसला,
जिसने पूरी कहानी का रुख बदल दिया।
लोग कहते हैं—
“फैसला वही सही होता है जो सही समय पर लिया जाए… वरना कीमत पूरी ज़िंदगी देती है।”

image