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आज की पढ़ी-लिखी पीढ़ी का अनपढ़ सच!

इस तस्वीर को देखकर रोना आ रहा है। एक मासूम बच्ची अपने स्कूल टूर के साथ वृद्धाश्रम (Old Age Home) गई थी, यह सोचकर कि वहां अजनबियों की मदद करेगी। लेकिन वहां उसे अपनी ही 'दादी' मिल गईं!

घरवालों ने बच्ची से झूठ बोला था कि दादी गाँव/रिश्तेदार के घर गई हैं, जबकि असल में उन्हें घर से निकाल दिया गया था। दादी को देखते ही बच्ची उनसे लिपट गई और आंसुओं का सैलाब फूट पड़ा।

उस बेटे-बहू को शर्म आनी चाहिए जिन्होंने अपनी 'जन्नत' को घर से बेघर कर दिया।
याद रखना, बच्चे सब देख रहे हैं... कल जो आप कर रहे हैं, वही आपके साथ भी होगा।

बुजुर्ग बोझ नहीं, धरोहर हैं। अगर आप सहमत हैं, तो "Respect Elders" लिखें।

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