100/100 अब्दुल किसी का सगा नहीं होता। राहुल जिसका नाम था, वह वाशिद मंसूरी निकला —नाम और धर्म बदलकर कैफे में नौकरी करता रहा। संचालक की बड़ी बेटी से 2 लाख रुपये लिए, छोटी बेटी को भगाने की तैयारी कर रहा था। परिजनों ने पकड़कर धुनाई कर दी। मामला जबलपुर का है।