5 hrs - Translate

आज से ठीक 8 वर्ष पूर्व दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत द्वारा इंडियाज मोस्ट वांटेड टीवी सीरियल के होस्ट सुहैल इलियासी को अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी |

उसकी मृतक पत्नी अंजू मूलतः हिन्दू थी, जो इलियास के प्रेमजाल में फंसने के बाद धर्म परिवर्तन कर अफसान बन गई | और अब वह केवल एक अफसाना बनकर रह गई |

हैरत की बात यह कि टीवी चेनल इस सजा का समाचार तो प्रसारित कर रहे थे, किन्तु उनमें यह तथ्य सिरे से गोल था कि सुहैल इलियासी के पिता मौलाना जमील इलियासी, आल इंडिया इमाम एसोसियेशन के अध्यक्ष रहे थे |

यह ह्त्या 28 मार्च 2000 को हुई थी, अर्थात न्याय मिलने में पूरे 17 साल से ज्यादा लगे | और वह भी तब, जबकि अंजू के परिवार ने पूरी सिद्दत से न्याय पाने की लड़ाई लडी |

लेकिन कहानी अभी बाक़ी है -

5 अक्टूबर 2018 को उच्च न्यायालय ने संदेह के आधार पर सुहैल को बरी कर दिया | है न कमाल की बात ? चाकू के ताबड़तोड़ प्रहारों से जख्मी अंजू ने आत्महत्या की है, यह तर्क हाईकोर्ट के गले उतर गया |

यही है हमारा न्याय तंत्र |