सुर नर मुनि सब कै यह रीती। स्वारथ लागि करहिं सब प्रीति॥
देवता, मनुष्य और मुनि सबकी यह रीति है कि स्वार्थ के लिए ही सब प्रीति करते हैं अर्थात इस संसार में सभी आपसे किसी न किसी स्वार्थ से ही जुड़ते है परन्तु हमारे रघुनाथ जी ही है जो बिना किसी कारण के कृपा करते है हमसे प्रेम करते है
जय सियाराम 🙏