1 d - çevirmek

जब देश को ज़रूरत थी, आप हिम्मत बनकर सामने आईं। आपने ऐसे फ़ैसले लिए, जिन्हें इतिहास ने रुककर देखा, और क़ुर्बानी ऐसी कि पीढ़ियाँ याद रखें।

इंदिरा गाँधी जी को कोटि- कोटि प्रणाम।

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