जिस इंसान की फिल्में देखकर हमारा बचपन गुजरा उस इंसान की ये हालत देखकर बहुत तरस आता है लेकिन ये तो प्रकृति का नियम है, जो उगता है वो ढलता भी है। वो चाहे सूरज हो, चांद हो या इंसान! धर्मेंद्र सर को इस असहाय हालात में देखना सच में निराश करने वाला है! धर्मेंद्र सर के लिए दिल से दुआएं भगवान से प्रार्थना है कि जब तक वो हमारे साथ है एकदम स्वस्थ रहे!
 
         
		  
		  
         
         
        
 
          
        
         
		  
		  
         
         
         
		 