पश्चिम बंगाल के नादिया जिले से एक ऐसा भावनात्मक मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को नई परिभाषा दे दी। यहां एक नवजात शिशु को जन्म के कुछ ही घंटों बाद कंबल में लपेटकर सड़क पर फेंक दिया गया। सर्द रात में बच्चा घंटों तक रोता रहा, लेकिन हैरानी की बात यह है कि गली के आवारा कुत्तों ने पूरे रात इस मासूम की सुरक्षा की। सामान्यत: आवारा कुत्तों को लेकर लोगों में डर और शिकायतें रहती हैं, लेकिन इस घटना ने लोगों की सोच बदल दी। कुत्तों ने बच्चे को चारों तरफ से घेरकर किसी भी व्यक्ति या जानवर को उसके पास नहीं आने दिया, मानो वे उसकी पहरेदारी कर रहे हों।
सुबह जब स्थानीय लोग जागे, तो उन्होंने देखा कि कुत्ते गोला बनाकर बैठे हैं और बीच में कंबल में लिपटा बच्चा पड़ा है। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे पर चोट के निशान नहीं हैं, केवल सिर पर हल्का खून था, जो जन्म के दौरान लगा होगा। पुलिस को शक है कि बच्चे को जानबूझकर सुनसान इलाके में छोड़ा गया। फिलहाल बच्चे के माता-पिता की तलाश जारी है। यह घटना साबित करती है कि कभी-कभी जानवर भी इंसानों से ज्यादा इंसानियत दिखा देते हैं।