Stand Out Your Product With Custom Display Boxes | #display Boxes # Custom Display Boxes #cardboard Display Boxes # Display Boxes Wholesale #display Packaging # Display Boxes for retails
Discover postsExplore captivating content and diverse perspectives on our Discover page. Uncover fresh ideas and engage in meaningful conversations
Stand Out Your Product With Custom Display Boxes | #display Boxes # Custom Display Boxes #cardboard Display Boxes # Display Boxes Wholesale #display Packaging # Display Boxes for retails
#सत्यविचार??
एक सुपर स्टार थे .. राजेश खन्ना। शूटिंग के बाद रात तीन बजे तक स्काच पीते थे। चार बजे खाना खाते थे। शूटिंग होती थी सुबह दस बजे, पहुंचते थे, शाम चार बजे । एक दिन एक बहुत स्वाभिमानी निर्माता ने कहा काका घड़ी देख रहो हो । घमंड से चूर काका ने कहा-हम नहीं घड़ी हमारा टाइम देखती हैं हमारी घड़ी 5 लाख की है और चश्मा तीन लाख का पैसा बहुत था फेंकते भी बहुत थे ।।
निर्देशक ने बिना शूटिंग किए पैकअप किया और बोले जो वक्त की इज्ज़त नहीं करता वक्त उन्हें सबक सिखा देता है। एक समय ऐसा भी आया जब काका के पास वक़्त ही वक़्त था। ना फिल्में थीं, न शूटिंग थी, ना बीवी थी, ना बच्चे थे और न ही पैक अप कहने वाला। चमचों के साथ अपनी पुरानी फिल्मों को देख कभी खुश होते तो कभी रोते रहते। सभी साथ छोड़ गए। अकेले पीकर और दो कौर खाकर लुढ़क जाना ही उनकी नियति बन गयी थी और बाकी की कहानी सब जानते है।
ये वक़्त है जो सबका आता है लेकिन हमेशा के लिये नहीं। समय और भाग्य अगर आपके साथ नही हैं तो आपकी कीमत दो कौड़ी की है। हो सकता है कर्म और पुरुषार्थ की भी कोई महत्ता हो लेकिन कर्म करने के लिए आप जिंदा भी रहेंगे या नहीं ये आपका भाग्य तय करता है आपका पुरुषार्थ नहीं।
अच्छे समय को भरपूर जियें लेकिन बुरे वक्त के लिए भी तैयार रहें। आपके बुरे वक्त में कोई आपके साथ हो न हो अपने अच्छे समय मे आप किसी को मत दुत्कारिये। विनम्रता अच्छे समय की पूंजी है और अहंकार आपके अच्छे समय को असमय ही खत्म कर देने वाला हथियार
ये एक शाश्वत सत्य है जो सब पर बराबर लागू होता है!!
मनु स्मृति में लिखा है की ब्राह्मण के स्थान पर शुद्र बैठ जाये तो उसे दंडित करो।
इस लेख को दिखा कर,, हिन्दूओं में भेदभाव जातिवाद है कहके
*एक चमचा मुझे उकसाने लगा।*
फिर मैंनें उसकी समस्या का समाधान करने के लिए ठान लिया
*सबसे पहले उसको बौद्ध मंदिर ले गया,*
वहां बुद्ध के पास भंते जी का स्थान था।
मैंने उस #चमचा से कहा की
*अब तू भंते को हटा कर खुद बैठ जा।*
*#चमचा ने ऐसा ही किया*
फिर क्या था ...
*भंते जी ने गुस्से में चार पांच छडी #चमचा को जमाया*
*और उसे अपनी औकात में रहने की सलाह भी दे डाली।*
फ़िर मैं उसे
*एक दरगाह में ले गया,*
वहां कब्र के पास मौलाना साहब की गद्दी थी,
मैंने #चमचा से कहा की इसे हटा कर तू बैठ जा।
#चमचे ने वैसा ही किया।
*मौलाना साहब ने उसे सो डेड़ सो जूते मारे।*
*#काफ़िर कह कर उसकी खूब ठुकाई की।*
*#माफ़ी वगैरह मांगने के बाद #चमचा वहां से जान बचा कर भाग खड़ा हुवा।*
फिर मैं उस
*#चमचे को एक चर्च में ले गया ।*
वहांकाफी लोग प्रे कर रहे थे , मैंने उससे कहा चर्च के फादर को किनारे ढकेल कर लोगो से बोलो की वह तुम्हें फादर कहे ,
फिर क्या था
#चमचे ने वही किया ,
*उसके बाद उसी चर्च में इतना ठुकाई हुई की बेहोश हो गया ,*
*बड़ी मुश्किल से उसे मैं घर लेकर आया।*
फिर अगले दिन अब मैं उस
*#चमचा को एक गली के मंदिर मे ले गया,*
वहां सभी कॉलोनी के लोग बारी बारी से आरती कर रहे थे कोई शन्ख बजा रहा था तो कोई झालर, घण्टी व सभी लोग बारी बारी से आरती कर रहे थे...
मैंने #चमचा से कहा की इनको हटा कर तु जो भी करना चाहता है वो कर सकता है, फिर
#चमचे ने वैसा ही किया, उसने घण्टी बजाई, आरती भी की, पंडित जी ने अपने हाथ से प्रसाद दिया.....
*#चमचा तब से आज तक शर्मिंदा है कहता है में भी हिन्दू है अज्ञानता वंश निज धर्म का ही विरोध करता था।*✔️
अब मिलता है तो बोलता है भाई , हिन्दू हिन्दू भाई भाई॥🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अगर आप को भी कोई चमचा ऐसा मिले तो उसे चारो धाम के दर्शन जरूर करवायें