जिनके बाप दादाओं ने गुरु गोविंद सिंह जी के घोड़े की लगाम पकड़ कर तनख्वाह मांगी थी, उन्हीं के कपूत आज खालिस्तान मांग रहे हैं कोई गुरु का सिख नही मांग रहा…
तुनीषा शर्मा की मृत्यु पर बहुत तरह की बातें हो रहीं है, लोगो ने वही सब शुरू कर दिया है, कम से कम मरने वाले को श्रद्धांजलि तो शांति से दीजिए।। सच तो अभी कोई नही जानता होगा