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 मेरा देश बदल रहा है। ♥😍 
बच्चो को #सांताक्लॉज बनते तो बहुत देखा होगा, अब #शिवपार्वती के रूप में भी देख लो।  
हर-हर महादेव 🚩
    	
 टीवी कलाकार (भाभी जी घर पर हैं) दीपेश भान की ब्रेन हैमरेज से मौत।  
स्वस्थ होने का पैमाना कभी भी मात्र स्लिम बॉडी, मस्कुलर होना या दिखना नहीं होता, शरीर की सबसे महत्वपूर्ण मांसपेशी हृदय की मांसपेशी होती है,ब्लड प्रेशर का लगातार हाई रहना, खानपान में सहूलियत ना देना और एक्सरसाइज की कमी के साथ शरीर की क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करना भी एक बड़ा कारण होता है।  
काम के चक्कर में नींद पूरा ना करना, मानसिक तनाव का रहना,गैर जरूरी दवाओं और छोटे से भी दर्द के लिए पैनकिलर का सेवन करना भी एक बड़ा कारण है। 
30 से 50 वर्ष की आयु एक पुरुष के लिए जीवन का भावनात्मक और सबसे चुनौतीपूर्ण होता है। 
यह जीवन का वह दौर होता है जब पुरुष अपने सामाजिक, नैतिक, काम,परिवार,पत्नी,बच्चों की जिम्मेदारी,बैंक की EMI के साथ व्यापार और नौकरी में कुछ और विस्तार करने का प्रयास कर रहा होता है, और इस दौड़ में कहीं ना कहीं खुद के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह हो जाता है। 
समय–समय पर शरीर की जांच, blood sugar, lipid profile और उचित मेडिकल सलाह लेते रहें, पैसा धन काम तब तक ही है जब आपका शरीर इस सब को करने लायक झेलने लायक रहे। 
श्रंधाजली मलखान
        
    	
 भाव बड़े सूक्ष्म होते है। 
सबसे सूक्ष्म भाव अहंकार का होता है। वह कर्मो का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेता है। 
एक छोटे से कर्म से पूरा व्यक्तित्व परिभाषित हो जाता है। 
महाभारत युद्ध का निर्णय तो उसी समय हो गया था। जब दुर्योधन , अर्जुन श्रीगोविन्द से सहायता मांगने गये थे। 
भगवान जगन्नाथ निद्रा में थे। अर्जुन पैरो के पास खड़ा हो गया। दुर्योधन सिर के पास जाकर बैठ गया। 
अर्जुन और दुर्योधन को समझने के लिए किसी ग्रंथ को पढ़ने कि आवश्यकता नहीं है।एक छोटे से शिष्टाचार में सब कुछ दिख जाता है। 
अभिमान धूर्तता करने पर विवश कर देता है।