धर्म सेवा करना सिखाता है, किंतु अधर्म मारकाट मचाना सिखाता है। ये लोग रेल यात्रियों को पटरी पर पड़े पत्थर भी मार सकते थे किंतु इन्होंने ये सरल कार्य न चुनकर जल पिलाने का कठिन कार्य किया। दर्पण देख कर अपनी पहचान करें, आप धर्म का पालन कर रहे हैं या अधर्म का? @नदफु
किसी भी मजहब का कोई भी व्यक्ति अपनी संतान के साथ ऐसा करना चाहेगा? यदि हां तो वह मनुष्य कैसे? और यदि नहीं, तो इस बुड्ढे की हत्या क्यों नहीं हो रही? @नदफु