सरकारी नौकरियों के लिए सड़कों पे ये जो लट्ठ खाते रहते हैं आए दिन.. किसी न किसी आंदोलन या प्रदर्शन में..
ये और क्यों होता है?
किसी व्यापारी या बिज़नेस वाले बंदे को ऐसे सड़कों पर लट्ठ खाते देखा है?
ये कठोर "साधना" और कठोर "त्याग" इसीलिए होता है.. कि 4 साल में 400 करोड़ अंटी कर सके।
