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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री Amit Shah ने आज हरियाणा में आयोजित 'पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन’ को संबोधित किया व वहां उपस्थित भाजपा के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के बीच भाजपा की उपलब्धियों का हिसाब लेकर जाएं और प्रदेश में लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार बनाएं।
#obc_समर्थक_भाजपा

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Welcome to the legend

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शिवानी कुमारी को सपोर्ट करे 🙏🙏
कौन हैं शिवानी कुमारी? 'बिग बॉस OTT 3' की कंटेस्टेंट को पड़ोसी बोलते थे पागल और मां भी चली गई थी छोड़कर,
बिग बॉस ओटीटी 3' का 21 जून से धमाकेदार आगाज हो गया है। बिग बॉस के घर में 16 कंटेस्टेंट्स एंट्री कर चुके हैं, जिनके नाम सामने आ चुके हैं।
ऑफिशियल अनाउंसमेंट भी हो गया है जहां तक, हर बार की तरह इस बार भी ओटीटी वाले बिग बॉस में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से लेकर यूट्यूबर्स का बोलबाला है।
बस एक्टिंग की दुनिया से तीन-चार नाम ही शामिल किए गए हैं। इस बार के कंटेंस्टेंट्स में एक नाम शिवानी कुमारी का भी है, जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है कि वह कौन हैं?
शिवानी कुमारी अपने गांव में रहकर सोशल मीडिया कंटेंट बनाती हैं और सनसनी बन गई हैं। आइए आपको इनके बारे में बताते हैं:
Bigg Boss OTT 3 को अनिल कपूर होस्ट करेंगे और वह पहले ही कह चुके हैं कि वह इसे अपने स्टाइल में आगे लेकर बढ़ेंगे और सबके होश उड़ाएंगे।
चलिए अब बताते हैं कंटेस्टेंट शिवानी कुमारी के बारे में, जिन्हें मेकर्स ने भी देसी छोरी बताया है।
देसी छोरी' शिवानी कुमारी मचाएंगी धमाल
मेकर्स ने Shivani Kumari का प्रोमो रिलीज किया है, जिसमें वह पिंक कलर के सूट-सलवार में नजर आईं
और कहती हैं- आपने शहर की गोरी तो बहुत देखी होंगी, लेकिन अब गांव की देसी छोरी देखने की बारी है। किसी ने कहा कि लड़की है, क्या कर पाएगी तो मैंने कहा कि हैलो, होल्ड माय कैमरा, 'बिग बॉस' के घर में सबको एंटरटेन करके दिखाऊंगी।'
यूट्यूब चैनल भी चलाती हैं और पेशे से सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं। वह अपने गांव में रहकर ही मजेदार रील्स बनाती हैं, जिनमें कॉमेडी भी होती है।
उनके वीडियो ब्लॉग्स काफी पसंद किए जाते हैं, तभी तो एक-एक वीडियो पर लाखों व्यूज हैं।
लोग मारते थे ताने आज शिवानी कुमारी अपने दम पर लोकप्रियता पा रही हैं और 'बिग बॉस' तक भी पहुंच गई हैं,
पर कभी ऐसा भी वक्त देखा, जब उनके पास अच्छे स्लीपर खरीदने तक के पैसे नहीं थे। शिवानी कुमारी ने अपने करियर की शुरुआत टिकटॉक वीडियोज से शुरू की थी। 'जनसत्ता' की रिपोर्ट के मुताबिक, जब शिवानी कुमारी ने वीडियोज बनाना शुरू किया था तो पड़ोसी भी उन्हें ताने मारते थे।
मैंने टिकटोक और इंस्टाग्राम पर नाचने वालों को कभी भी ज्यादा पसंद नहीं किया क्योंकि इनमें से अधिकांश ऐसे होते हैं जो या तो अश्लीलता फहलाते हैं और अश्लील गानों पर रील बनाते हैं मगर
शिवानी कुमारी की Reels देखना मुझे पसंद है उसके पीछे वजह यह है कि
शिवानी कुमारी ने कभी भी Instagram पर अश्लील रीलें नहीं डालीं और जो सबसे बड़ी बात है वो ये है कि
शिवानी कुमारी की Reels और ब्लॉग्स हमेशा ही नेचुरल रहे हैं, शिवानी ने कभी भी दिखावा नहीं किया।
शिवानी कुमारी इटावा के पास अरियारी गांव की रहने वालीं हैं तो उनकी भाषा और उनकी सादगी से लोग खुद को बहुत ही जल्दी कनेक्ट कर लेते हैं और
यही वजह है कि शिवानी कुमारी आज भी इतनी पॉपुलर हैं और अब Bigg Boss भी जीतने जा रहीं हैं।
#shivani #shivanikumari #shivanikumariofficial #shivani #bigbossott #bigbossottseason3 #viralphoto #viralpost2024

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May the blessings of Lord Vitthal bring you prosperity and happiness on this Ashadi Ekadashi. 🌞🙏
#suryahospitalspune #ashadiekadashi #suryawishes #celebration #festival #god

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#सोमनाथ का मन्दिर लूट कर महमूद गजनबी वापिस गजनी जा रहा था। उसके साथ एक लाख सेना थी।
एक पड़ाव पर जैसे ही सेना पहुँची कि डेढ़ सौ घुड़सवारों का एक जत्था लोहा लेने के लिये तीर की तरह बढ़ता आ रहा था ।
टुकड़ी का नेतृत्व एक सत्तर वर्ष का बूढ़ा #राजपूत कर रहा था ।
महमूद गजनबी समझ नहीं सका कि इतनी छोटी टुकड़ी आखिर क्यों एक लाख सेना से लड़ कर अपने को समाप्त करने आ रही है।
उसने दूत भेजा और इन लड़ाकुओं का मंतव्य पुछवाया।
बूढ़े नायक ने कहा— बादशाह से कहना कि संख्या और साधन बल में इतना अन्तर होने पर भी लड़ने का क्या परिणाम हो सकता है सो हम जानते हैं।
पर भूलें यह भी नहीं कि अनीति को जीवित रहते कभी सहन नहीं करना चाहिये।
घुड़सवारों की टुकड़ी जान हथेली पर रख कर इस तरह लड़ी कि डेढ़ सौ ने देखते−देखते डेढ़ हजार को धराशायी बना दिया।
भारी प्रतिरोध में वह दल मर खप कर समाप्त हो गया।
पर मरते दम तक वे कहते रहे कि यदि हम आज एक हजार भी होते तो इन एक लाख से निपटने के लिये पर्याप्त थे ।
इस बिजली झपट लड़ाई का महमूद पर भारी प्रभाव पड़ा।
वह राजपूतों की अद्भुत वीरता पर अवाक् रह गया।
भविष्य की नीति निर्धारित करते हुए उसने नया आधार ढूँढ़ा।
भारतीयों को बल से नहीं जीता जा सकता, उन पर विजय पाने के लिए छल का प्रयोग करना चाहिए।
क्योंकि इस देश के निवासी छल से परिचित ही नहीं है।।
और आज भी कुछ लोग हिन्दुओ में जाती, पाती, ऊच, नीच, दलित, स्वर्ण जेसे छल का प्रयोग करके उन्हें बाँट रहे है ।
यही हमारी कमजोरी है और यही हमारा पतन भी ।
अंग्रेजो ने शिक्षा व्यवस्था बदल दी, संस्कृति बदल दी।
हर हर महादेव
जय मा भवानी🙏🙏🚩

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