2 yrs - Translate

#कौन भूल सकता है...?
जब सारे नेता दिपावली का त्यौहार अपने घर परिवार के साथ मना रहे थे।
तब राजस्थान का एक नेता गांव गरीब की आवाज लेकर #बजरी माफियाओं के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष कर रहा था।
राज्य की नाकाम सरकार ने बजरी माफियाओं को आमजनता को लूटने के लिए खुले सांड की तरह छोड़ रखा था।
आए दिन हत्याएं हो रही थी और बाड़मेर जिले के भाजपा कांग्रेस के नेता बजरी माफिया के मुनीम बनकर कमीशन खा कर चुप हो गए थे तब बायतु की उम्मीदों के उम्मेद श्री उम्मेदारामजी बेनीवाल बजरी माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे।
और स्थानीय जनप्रतिनिधि बजरी माफियाओं की गोंद में बैठे थे ।
अब समय आ गया है कि भाजपा कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं को सबक सिखा कर संघर्ष के साथी उम्मेदारामजी बेनीवाल को आशीर्वाद दे कर विधानसभा में भेजे ।
बायतु की उम्मीदों के उम्मेद श्री उम्मेदारामजी बेनीवाल।

2 yrs - Translate

दिवेर के निर्णायक युद्ध में कुँवर अमरसिंह ने मुगल सेनापति सुल्तान खां को भाला मारा, तब मरने से पहले सुल्तान खां ने पानी मांगा, तो स्वयं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ने अपने हाथों से उसे जल पिलाया
चित्तौड़गढ़ के नरसंहार में मुगलों द्वारा दिखाई गई नृशंसता भी महाराणा प्रताप के आदर्शों को कम नहीं कर सकी। महाराणा प्रताप ने कभी भी अपने उच्च आदर्शों का त्याग नहीं किया।

image

image

image

imageimage

image

image

imageimage

image

image