पूजा-पाठ की सनातनी पद्धति में भगवान की मूर्ति अथवा तस्वीर को कहीं भी रखने से पहले उस स्थान को पवित्र करना पड़ता है। ऐसे में तरह-तरह की तशरीफ़ के संपर्क में रहने वाली थियेटर की सीट पर हनुमानजी को बिठाना अधार्मिक नहीं है?
अभी भरतपुर से भांजी Nikita Singh का कॉल आया। बता रही थी कि आदिपुरुष में अतुलित बलशाली हनुमानजी को कुंभकर्ण के हाथों दोयम दर्जे के विलेन की तरह पिटता दिखाया गया है। बोली, फ़िल्म देखकर सिर इतना भारी हो गया कि घर आकर घंटों सोई पड़ी रही।