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पहले भी दबदबा था, अब भी अजेय। सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2025 की धमाकेदार शुरुआत की, राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने पहले मैच में 286/6 का स्कोर बनाया।
क्या वे इस सीजन में 300 रन का आंकड़ा पार कर पाएंगे?
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#casteism Principal receives death threat from a Caste Hindu youth for inviting dalit guests on Republic Day, incident took place in Yadgir, Karnataka.

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#horrific A Dalit security guard was beaten with iron rods and sticks, leaving him seriously injured and was rushed to the district hospital by locals, where he died during treatment.

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दलितों पर अत्याचार अंतहीन है, फिर भी मनुवादी जातंकवादी कहते है भारत में जातिवाद है ही नहीं |

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जब लड़ाई का वक़्त था तब तो मुगल बादशाहों के चरणों में पड़े रहते थे, लेकिन आज मुगलों की कब्र से जंग लड़नें जा रहे हैं ।

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ਕੈਨੇਡਾ ਤੋਂ ਮੰਦਭਾਗੀ ਖ਼ਬਰ, ਦਿਮਾਗ ਦੀ ਨਾੜੀ ਫ.ਟਣ ਕਾਰਨ ਪੰਜਾਬੀ ਨੌਜਵਾਨ ਦੀ ਹੋਈ ਮੌ.ਤ

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ਜਲੰਧਰ ‘ਚ ਵਰਿਆਣਾ ਵਿਖੇ ਕੂੜੇ ਦੇ ਡੰਪ ‘ਚ ਲੱਗੀ ਭਿ.ਆ.ਨਕ ਅੱ.ਗ, ਫਾਇਰ ਬ੍ਰਿਗੇਡ ਦੀਆਂ 11 ਗੱਡੀਆਂ ਮੌਕੇ ‘ਤੇ ਮੌਜੂਦ

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ਕਰਨਲ ਬਾਠ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰ ਵੱਲੋਂ ਕੀਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ 'ਤੇ ਬੋਲੇ MLA ਨਰਿੰਦਰ ਕੌਰ ਭਰਾਜ

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विवाह के दो वर्ष हुए थे जब सुहानी गर्भवती होने पर अपने घर पंजाब जा रही थी ...
पति शहर से बाहर थे ........

जिस रिश्ते के भाई को स्टेशन से ट्रेन मे बिठाने को कहा था वो लेट होती ट्रेन की वजह से रुकने में मूड में नहीं था इसीलिए समान सहित प्लेटफॉर्म पर बनी बेंच पर बिठा कर चला गया ....

गाड़ी को पांचवे प्लेटफार्म पर आना था ...

गर्भवती सुहानी को सातवाँ माह चल रहा था.
सामान अधिक होने से एक कुली से बात कर ली....

बेहद दुबला पतला बुजुर्ग...पेट पालने की विवशता उसकी आँखों में थी ...एक याचना के साथ सामान उठाने को आतुर ....

सुहानी ने उसे पंद्रह रुपये में तय कर लिया और टेक लगा कर बैठ गई.... तकरीबन डेढ़ घंटे बाद गाडी आने की घोषणा हुई ...लेकिन वो बुजुर्ग कुली कहीं नहीं दिखा ...

कोई दूसरा कुली भी खाली नज़र नही आ रहा था.....
ट्रेन छूटने पर वापस घर जाना भी संभव नही था ...

रात के साढ़े बारह बज चुके थे ..
सुहानी का मन घबराने लगा ...

तभी वो बुजुर्ग दूर से भाग कर आता हुआ दिखाई दिया .... बोला चिंता न करो बिटिया हम चढ़ा देंगे गाडी में ...भागने से उसकी साँस फूल रही थी ..उसने लपक कर सामान उठाया ...और आने का इशारा किया

सीढ़ी चढ़ कर पुल से पार जाना था कयोकि अचानक ट्रेन ने प्लेटफार्म चेंज करा था जो अब नौ नम्बर पर आ रही थी

वो साँस फूलने से धीरे धीरे चल रहा था और सुहानी भी तेज चलने हालत में न थी
गाडी ने सीटी दे दी
भाग कर अपना स्लीपर कोच का डब्बा ढूंढा ...

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