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दिल्ली की साधना की कहानी ने पूरे शहर को हिला दिया है! 💔
शादी के बाद लगातार ससुराल की प्रताड़ना से तंग आकर 20 साल की साधना ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
वायरल वीडियो में साधना ने आंसुओं के साथ अपने पति और ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं—लव मैरिज करने की उसे हर दिन सजा मिलती थी।
परिवार का कहना है, "हमें इंसाफ चाहिए!" पुलिस ने फुटेज और सारी तहरीरें जुटा ली हैं, अब कार्रवाई का इंतजार है।
किसी बेटी को इस हाल तक पहुंचाने वालों के लिए समाज कब सख्ती दिखाएगा? कब मिलेगा इंसाफ?
अपनी राय कमेंट करें—क्या अब वक्त नहीं आ गया घरेलू हिंसा पर सख्त एक्शन लेने का?
#justiceforsadhana #stopdomesticviolence #digihindnews #delhicrime
#बधियाकरण_से_बचो ।।
पता है सांड को बैल क्यूँ बनाया जाता है ?
कितना भी बलिष्ठ बैल हो वह एक दुर्बल से दुर्बल सांड से भी लड़ने का दुस्साहस कभी नहीं करता क्योंकि बैल में मर्दानगी शून्य होती है।
गाय का जो बछड़ा होता है वो आगे चलकर सांड (Bull) बनता है। सांड को अपनी शक्ति का अनुमान होता है।
वैसे तो सामान्यतः सांड शांत होता है किंतु चिढ़ने पर भयंकर हो जाता है। सांड सरलता से वश में भी नहीं होता और इसी कारण उसके द्वारा हल से खेत नहीं जोता जा सकता।
उसे काटना भी आसान नहीं, हिंसक प्रतिकार करता है किंतु उसको बधिया कर बैल बनाया जाता है तो वो नपुंसक हो जाता है। सामर्थ्य तो रहता है किंतु सरलता से वश में आ जाता है। हल गाड़ी, माल ढोने, कोल्हू से तेल निकालने आदि कई काम में आता है। कहावत भी है - कोल्हू का बैल, सुना ही होगा आपने किंतु कोल्हू का सांड सुना है कभी ?
इसी तरह एक समाज को सांड से बैल में परिवर्तित का सब से उचित तरीका है कि उसको बदनाम करते रहो।
उस की सहनशीलता के मापदंड आप बनाओ और अपनी इच्छानुसार उन्हें बदलते रहो। बदनामी की इतनी मार मारो कि आपको देखते ही वो गर्दन झुकाकर स्वयं ही जुआ रखवाना स्वीकार कर ले।
सांड को बैल वही बनाते हैं, जो उसे जब तक चाहें जोतते हैं और उसकी मेहनत का स्वयं खाते हैं और अंत में उसे भी काटकर अपना हित साधते हैं।
हे हिन्दुओं! अब कोल्हू का बैल बनना बंद करो।
सामर्थ्यवान बनो। वीर बनो। योद्धा की भाँति जीना सीखो।💪
हर हर महादेव 👏🥰❤️❣️
*एक शूद्र की बेटी ने राजपुतों पर लेख लिखा है:-*
*मै जाति से हरिजन हूँ मेरा नाम मानसी कुमारी है, और मैं बिहार कटिहार की रहने वाली हूं। गोवा में रहकर software engineering की पढ़ाई करती हूं।* लेकिन आज एक *ठाकुरवादी (राजपूती) पोस्ट* लिख रही हूं।
*राजपूतो के बारे में कहा जाता है...अजी साहब बहुत भेदभाव हुआ दलितों के साथ। उनसे खेतों में काम कराया गया। हरवाही कराई गई। गोबर उठवाया गया। उन्हें शिक्षा से वंचित रखा गया।...साब बहुत जुल्म हुआ दलितों पे ...*
♥️🔱⚔️🫡
हिंदुआ सूरज #महाराणा_प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-
1... महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।
2.... जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे । तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि- हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर आए ? तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना, जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ।”
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हिंदुआ सूरज #महाराणा_प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-
1... महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।
2.... जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे । तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि- हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर आए ? तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना, जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ।”
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हिंदुआ सूरज #महाराणा_प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-
1... महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।
2.... जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे । तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि- हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर आए ? तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना, जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ।”
