जब भगवान मारता है तो मन मारता है।
भूख मरती नहीं है।
ये हाल है बीबा जी का अपनों से नाराज और मेहनत से
शिरोमणि अकाली दल की इकलौती सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल जी लोकसभा में कहती हैं, क्या आप अयोध्या बन गए? क्या किसी मुस्लिम को वहाँ एक बोर्ड सदस्य बनाओ? आपकी अयोध्या ? लेडी अयोध्या कोई मक्का नहीं जहाँ कोई और नहीं जा सकता।
अपनी मर्जी से किसी धर्म को जमीन दान करना अलग बात है लेकिन मेरी जमीन पर दूसरे धर्म का किया ये दावा अलग बात है? पुराने वक्फ कानून के अनुसार जिन्हें आपने दरबार साहिब परिक्रमा में बुलाया और नमाज पढ़ी वो जब चाहें दरबार साहिब पर दावा कर सकते हैं।
क्या दरबार साहिब का दावा करने वाले मुसलमानों के कानून को खत्म करना सिखों के खिलाफ है? गुरु की नगरी श्री अमृतसर साहिब में पुरानी धारा ने कितनी संपत्ति जब्त की है एक नजर
हरियाणा और हिमाचल में गुरु घरों पर दावे पुराने कानून के अनुसार किए जाते हैं? गुरुघर में किसने दिया है क्या आप वक्फ बताओगे? बाकी जो रास्ता आपने उठाया है तो पंजाब के मुसलमानों के लिए भी 4 SGPC सीट समुदाय के लिए आरक्षित कर दो? क्या आपको और अलगाववादियों को भी पसंद आएगा? वैसे भी साई मिया मीर जी ने नीचे रखा। अगर सोच का पता नहीं तो मजदी और मुसलमान में फर्क नहीं समझ सकते।
चौतों का हिस्सा अब छोड़ दिया गया है,जिस विदेशी फलसफा का समर्थन कर रहे हो वहाँ नमाज भी हो रही है क्या? क्या आप इफ्तार खा रहे हैं? क्या इस सब काम ने आपको बधाई दी? अब बस कलम पढ़ना बाकी है ? क्या सभी वोट एक जैसे हैं? अलगाववादी और कॉमरेड भी लाउड स्पीकर्स में पढ़े जाते हैं? अब आप भी इसी राह पर चलिये ?
वैसे सरदार प्रकाश सिंह बादल और सरदार गुरचरण सिंह टोहरा जो दूर अंधे थे, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी केवल अमृतधारी सिखों की रक्षा नहीं करती, तो आज आप ये पुष्टि बड़ी आसानी से कर देते, और पूरी दुनिया को भाईचारे की मिसाल दिखाकर, वाह। लूटपाट के चक्कर में सिख धर्म को और नुकसान क्यों करना चाहते थे?
इनको पता था की हमारी आने वाली पीढी निकम्मी है ये निकम्मे कुछ भी कर सकते है ये भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन में नही जाएंगे ये जाटदारों को नही बताने देंगे सिख हिन्दू में भाईचारा रहेगा ये नमाज पढ़ेंगे ताकि वहां जा सके क्या दूसरी तरफ राजनीति है? इनके लिए सिख धर्म क्या है ? राजनीति चलती रहनी चाहिए।
इसीलिए जो दूरदर्शी बाबा शिरोमणि समिति अमृतधारी सिखों के लिए आरक्षित है और अब कोई खतना वाला अमृत नहीं फैलाएगा इसीलिए आने वाली पीढ़ियों को उनके असली गुरु जी के दर्शन से जुड़े रहने दो।
Sabhar - Bhupendar Singh Manhasg