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दिल्ली दंगों पर बड़ा खुलासा!
तो कब्रिस्तान बन जाता हिंदुओं का मार्केट...
23 फरवरी 2020 का दिन हमारे जीवन का सबसे खौफनाक दिन था।
सबकुछ एक सोची-समझी साजिश थी, CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ में से कुछ लोग हमारी तरफ दौड़े।
उनकी हाथों में तलवारें थी, पेट्रोल और तेजाब की बोतलें थीं।
उन्होंने अचानक हिंदुओं से भरे मार्केट पर हमला कर दिया।
अगर हमने अपनी दुकानों के शटर नहीं गिराए होते आज भजनपुरा का बाजार कब्रिस्तान बन चुका होता!
: दिल्ली दंगे के प्रत्यक्षदर्शी
दिल्ली दंगों पर बड़ा खुलासा!
तो कब्रिस्तान बन जाता हिंदुओं का मार्केट...
23 फरवरी 2020 का दिन हमारे जीवन का सबसे खौफनाक दिन था।
सबकुछ एक सोची-समझी साजिश थी, CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ में से कुछ लोग हमारी तरफ दौड़े।
उनकी हाथों में तलवारें थी, पेट्रोल और तेजाब की बोतलें थीं।
उन्होंने अचानक हिंदुओं से भरे मार्केट पर हमला कर दिया।
अगर हमने अपनी दुकानों के शटर नहीं गिराए होते आज भजनपुरा का बाजार कब्रिस्तान बन चुका होता!
: दिल्ली दंगे के प्रत्यक्षदर्शी
दिल्ली दंगों पर बड़ा खुलासा!
तो कब्रिस्तान बन जाता हिंदुओं का मार्केट...
23 फरवरी 2020 का दिन हमारे जीवन का सबसे खौफनाक दिन था।
सबकुछ एक सोची-समझी साजिश थी, CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ में से कुछ लोग हमारी तरफ दौड़े।
उनकी हाथों में तलवारें थी, पेट्रोल और तेजाब की बोतलें थीं।
उन्होंने अचानक हिंदुओं से भरे मार्केट पर हमला कर दिया।
अगर हमने अपनी दुकानों के शटर नहीं गिराए होते आज भजनपुरा का बाजार कब्रिस्तान बन चुका होता!
: दिल्ली दंगे के प्रत्यक्षदर्शी
राहुल जी,
झूठ बोलना पाप है। नदी किनारे साँप है…
राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं कि जब वे पढ़ रहे थे तब उनको दलितों और पिछड़ो के बारे में कुछ नहीं मालूम था।
जिस समय राहुल गांधी बड़े हो रहे थे, और पढ़ रहे थे, तब भारत में:
- 1977 मे मंडल कमीशन का गठन हुआ।
- 1978 में यूपी और बिहार में ओबीसी आरक्षण लागू हुआ। बहुत बड़ी हिंसा हुई।
- 1980 में मंडल कमीशन की रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी गई।
- 14 अप्रैल, 1984 को बीएसपी की स्थापना हुई।
- 1980 से लेकर 1989 तक इंदिरा गांधी और राजीव गांधी मंडल कमीशन पर फ़न 🐍 काढ़कर बैठ रहे।
- बीएसपी मंडल कमीशन लागू करने के लिए देश में सैकड़ों सम्मेलन कर चुकी थी। राहुल गांधी के घर के बग़ल में इंडिया गेट पर हुए सम्मेलन में साढ़े तीन लाख लोग आए थे।
- 1990 में एक ग़ैर-कांग्रेसी सरकार ने बाबा साहब को भारत रत्न दिया।
- 1990 में ही बाबा साहब की जयंती की छुट्टी शुरू हुई। राहुल के स्कूल में भी छुट्टी थी।
- 1990 में मंडल कमीशन रिपोर्ट लागू हुई। कांग्रेस ने विरोध किया।
- राहुल गांधी जिस घर यानी 10-जनपथ में रहते थे, उसके बग़ल में 12-जनपथ की कोठी में आग लगा दी गई, जिसमें राम विलास पासवान रहते थे।
- दिल्ली के स्कूल लगभग दो हफ़्ते बंद रहे क्योंकि हिंसा चल रही थी।
-1990 में ही 6 सितंबर को राहुल के पापा राजीव गांधी ने मंडल कमीशन और ओबीसी कोटा के खिलाफ सवा दो घंटे तक लोकसभा में भाषण दिया।
- राहुल गांधी जब स्कूल में थे तब वेल्लुपुरम और करमचेडु में दलित नरसंहार हुए। अख़बार तो राहुल गांधी के घर में आता ही होगा!
राहुल गांधी ये सब देख रहे थे। दरअसल वे और उनका परिवार दलितों और पिछड़ों के खिलाफ था।
आज़ादी के बाद छत्तीसगढ़ के गांव में पहली बार पहुंची बिजली!
बीजापुर के चिल्कापल्ली गांव में आज़ादी के बाद रविवार को पहली बार बिजली पहुंची।
नक्सल प्रभावित गांव में 'नियद नेल्लानार योजना' के तहत बिजली पहुंची व कलेक्टर संबित मिश्रा ने कहा इससे ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलवा आएगा व रात के समय सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा।
राम मंदिर की वजह से UP में पर्यटकों का टूटा रिकॉर्ड!
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024 में कुल 64.90 करोड़ पर्यटक आए।
जबकि 2023 में कुल 48 करोड़ पर्यटकों का आना हुआ था।
उत्तर प्रदेश की लोकप्रियता पर्यटकों के बीच निरंतर बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग आंकड़ों ने इस बात का प्रमाण दिया है।
राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या में साल 2023 की तुलना में साल 2024 में लगभग 17 करोड़ की बढ़त दर्ज की गई है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि में श्री रामलला के विराजमान होने के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में तेज गति से वृद्धि दर्ज की गई है।
खास बात यह है कि देश के साथ-साथ विदेशों में भी यूपी का आकर्षण बढ़ा है।
एक साल में विदेशी पर्यटकों की संख्या में लगभग 7 लाख की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
65 करोड़ टूरिस्ट घूमने पहुंचे!
हां, ये नेहरू जी ही हैं...👇
महाकुंभ में डुबकी नेहरू जी भी लगाते थे।
तस्वीर भी खिंचवाते थे। वे भी नेता ही थे और सबसे बड़े नेता भी थे लेकिन कभी किसी ने उनकी डुबकी पर सवाल नहीं उठाए। गरीबी दूर करने के लिए तो परिश्रम ही करना पड़ता है। महाकुंभ में जाना और गंगा जी में डुबकी लगाना आस्था का विषय है और इसे उसी तरह लेना चाहिए। उन्हीं नेहरू जी की पार्टी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज महाकुंभ में स्नान पर सवाल उठा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि इससे गरीबी दूर होगी क्या? जो आस्था नेहरू जी की थी, वही आस्था मेरी भी है। और मेरी आस्था पर सवाल उठाने और अनर्गल-वाहियात टिप्पणी करने वालों का विरोध मैं हमेशा करूंगा। मुझे इस बात कि कोई परवाह नहीं है कि मुझे कौन, क्या समझता है और क्या कहता है।