Descobrir PostagensExplore conteúdo cativante e diversas perspectivas em nossa página Descobrir. Descubra novas ideias e participe de conversas significativas
जीवनपर्यंत बहुजनों के राजनीतिक एकीकरण , दलितों , पिछड़ों और अल्पसंख्यको के राजनीतिक - सामाजिक - आर्थिक - वैचारिक उत्थान के लिए अथक प्रयास व् संघर्ष करने , देश में दलित - चेतना को नया आयाम , नयी ताक़त देने वाले बहुजनों के महानायक मान्यवर स्व. कांशीराम जी की जयंती के अवसर पर उन्हें कोटि - कोटि नमन व् भावपूर्ण श्रद्धांजलि 🙏
लालू जी की देखा - देखी ढेरों नेतागण उनके स्टाईल में होली ( कुर्ता - कपड़ा फाड़ ) होली खेलते हैं , लालू जी की गँवई व् ठेठ बिहारी शैली की कॉपी करने की कोशिश करते हैं , मगर लालू जी वाली बात , लालू जी वाला सहज अंदाज किसी में नहीं आता , लालू जी की बोली, लालू जी की शैली .. सब में सब नैसर्गिक ( नैचुरल ) था / है , उनका अनुसरण करने वाले , उनकी कॉपी करने वाले फूहड़ एक्टिंग करते दिखते - प्रतीत होते हैं .. वजह साफ़ है " लालू जी ने वही बोला , वही किया, जो - जो/ जैसा उन्होंने अपने बचपन से प्रौढ़ावस्था तक जिया और अनुभव किया ".. लालू जी ने दिखावे के लिए कभी कुछ नहीं किया, हरेक स्थिति - परिस्थिति - माहौल में अपने नैचुरल सेल्फ को बरकरार रखना ही लालू जी की खासियत है और दूसरों को लालू जी से यही सीखने की जरूरत है " ..
लालू जी की देखा - देखी ढेरों नेतागण उनके स्टाईल में होली ( कुर्ता - कपड़ा फाड़ ) होली खेलते हैं , लालू जी की गँवई व् ठेठ बिहारी शैली की कॉपी करने की कोशिश करते हैं , मगर लालू जी वाली बात , लालू जी वाला सहज अंदाज किसी में नहीं आता , लालू जी की बोली, लालू जी की शैली .. सब में सब नैसर्गिक ( नैचुरल ) था / है , उनका अनुसरण करने वाले , उनकी कॉपी करने वाले फूहड़ एक्टिंग करते दिखते - प्रतीत होते हैं .. वजह साफ़ है " लालू जी ने वही बोला , वही किया, जो - जो/ जैसा उन्होंने अपने बचपन से प्रौढ़ावस्था तक जिया और अनुभव किया ".. लालू जी ने दिखावे के लिए कभी कुछ नहीं किया, हरेक स्थिति - परिस्थिति - माहौल में अपने नैचुरल सेल्फ को बरकरार रखना ही लालू जी की खासियत है और दूसरों को लालू जी से यही सीखने की जरूरत है " ..
लालू जी की देखा - देखी ढेरों नेतागण उनके स्टाईल में होली ( कुर्ता - कपड़ा फाड़ ) होली खेलते हैं , लालू जी की गँवई व् ठेठ बिहारी शैली की कॉपी करने की कोशिश करते हैं , मगर लालू जी वाली बात , लालू जी वाला सहज अंदाज किसी में नहीं आता , लालू जी की बोली, लालू जी की शैली .. सब में सब नैसर्गिक ( नैचुरल ) था / है , उनका अनुसरण करने वाले , उनकी कॉपी करने वाले फूहड़ एक्टिंग करते दिखते - प्रतीत होते हैं .. वजह साफ़ है " लालू जी ने वही बोला , वही किया, जो - जो/ जैसा उन्होंने अपने बचपन से प्रौढ़ावस्था तक जिया और अनुभव किया ".. लालू जी ने दिखावे के लिए कभी कुछ नहीं किया, हरेक स्थिति - परिस्थिति - माहौल में अपने नैचुरल सेल्फ को बरकरार रखना ही लालू जी की खासियत है और दूसरों को लालू जी से यही सीखने की जरूरत है " ..

**केएल राहुल और अथिया शेट्टी का होली उत्सव: रंगों में सजी खुशियों की दुनिया**
भारतीय क्रिकेटर केएल राहुल और बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी की जोड़ी हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है। दोनों अपने-अपने क्षेत्र में सफल होने के साथ-साथ एक खूबसूरत रिश्ते में भी बंधे हैं। जब त्योहारों की बात आती है, तो यह कपल खास अंदाज में उन्हें मनाता है। होली का त्योहार, जो रंगों और खुशियों का प्रतीक है, केएल राहुल और अथिया के लिए भी बेहद खास होता है।
सोशल मीडिया पर अक्सर उनकी होली सेलिब्रेशन की तस्वीरें वायरल होती हैं, जहां वे एक-दूसरे को रंग लगाते और इस त्योहार की मस्ती में डूबे नजर आते हैं। दोस्तों और परिवार के साथ गुलाल उड़ाते हुए उनकी खुशी देखते ही बनती है। अथिया पारंपरिक अंदाज में होली खेलना पसंद करती हैं, जबकि केएल राहुल इस खास दिन को पूरे जोश और मस्ती के साथ सेलिब्रेट करते हैं।
उनकी होली का यह रंगीन अंदाज दर्शाता है कि प्यार और खुशियां एक-दूसरे के साथ बिताए गए खूबसूरत पलों से और भी खास हो जाती हैं। उनके फैंस को भी हर साल उनके होली सेलिब्रेशन का इंतजार रहता है