Keşfedin MesajlarıKeşfet sayfamızdaki büyüleyici içeriği ve farklı bakış açılarını keşfedin. Yeni fikirleri ortaya çıkarın ve anlamlı konuşmalara katılın
उत्तराखंड मे गढ़वाली गीतों की पहचान आदरणीय नरेंद्र सिंह नेगी जी पुनः दादा जी बन गये है, इस से पहले उनकी एक पोती है, गजब देखिये पोती का नाम बाड़ूली है, जो एक गढ़वाली शब्द है, और अब पोते का नाम रखा है उदंकार 🥰, नरेन्द्र सिंह नेगी जी का परिवार सिर्फ गीतों मे ही नहीं रियल लाइफ मे भी अपनी संस्कृति के प्रति सचेत है, नेगी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन पौड़ी मे ही गुजारा, उनकी तबियत जब अचानक बिगड़ी तो उसके बाद उन्हें मजबूरन देहरादून शिफ्ट होना पड़ा, जय हो नेगी जी की 🥰
उत्तराखंड मे गढ़वाली गीतों की पहचान आदरणीय नरेंद्र सिंह नेगी जी पुनः दादा जी बन गये है, इस से पहले उनकी एक पोती है, गजब देखिये पोती का नाम बाड़ूली है, जो एक गढ़वाली शब्द है, और अब पोते का नाम रखा है उदंकार 🥰, नरेन्द्र सिंह नेगी जी का परिवार सिर्फ गीतों मे ही नहीं रियल लाइफ मे भी अपनी संस्कृति के प्रति सचेत है, नेगी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन पौड़ी मे ही गुजारा, उनकी तबियत जब अचानक बिगड़ी तो उसके बाद उन्हें मजबूरन देहरादून शिफ्ट होना पड़ा, जय हो नेगी जी की 🥰
उत्तराखंड मे गढ़वाली गीतों की पहचान आदरणीय नरेंद्र सिंह नेगी जी पुनः दादा जी बन गये है, इस से पहले उनकी एक पोती है, गजब देखिये पोती का नाम बाड़ूली है, जो एक गढ़वाली शब्द है, और अब पोते का नाम रखा है उदंकार 🥰, नरेन्द्र सिंह नेगी जी का परिवार सिर्फ गीतों मे ही नहीं रियल लाइफ मे भी अपनी संस्कृति के प्रति सचेत है, नेगी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन पौड़ी मे ही गुजारा, उनकी तबियत जब अचानक बिगड़ी तो उसके बाद उन्हें मजबूरन देहरादून शिफ्ट होना पड़ा, जय हो नेगी जी की 🥰
उत्तराखंड मे गढ़वाली गीतों की पहचान आदरणीय नरेंद्र सिंह नेगी जी पुनः दादा जी बन गये है, इस से पहले उनकी एक पोती है, गजब देखिये पोती का नाम बाड़ूली है, जो एक गढ़वाली शब्द है, और अब पोते का नाम रखा है उदंकार 🥰, नरेन्द्र सिंह नेगी जी का परिवार सिर्फ गीतों मे ही नहीं रियल लाइफ मे भी अपनी संस्कृति के प्रति सचेत है, नेगी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन पौड़ी मे ही गुजारा, उनकी तबियत जब अचानक बिगड़ी तो उसके बाद उन्हें मजबूरन देहरादून शिफ्ट होना पड़ा, जय हो नेगी जी की 🥰