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कौशाम्बी जिले के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली सुनीता ने अपने अथक परिश्रम और दृढ़ संकल्प के बल पर एक ऐसा इतिहास रचा है, जो सदियों तक याद रखा जाएगा। 🌾✨ मंझनपुर तहसील के बरई बधवा गांव की रहने वाली सुनीता ने हाल ही में मध्य प्रदेश के भोपाल में 17 सितंबर को आयोजित फाइनल मुकाबले में 3000 मीटर की रेस को मात्र 10 मिनट 6 सेकेंड में पूरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 🥇🏃‍♀️
सुनीता की इस अद्भुत सफलता ने न केवल उनके गांव बल्कि पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है। 🌟 स्टेट एथलीट यूथ प्रतियोगिता में मिली इस जीत ने उन्हें कुवैत में होने वाली एशिया एथलीट प्रतियोगिता के लिए भी क्वालीफाई करवा दिया है। एक समय था जब सुनीता गांव की ऊसर और बंजर जमीन पर कठिन परिश्रम करके अपने सपनों को आकार दे रही थीं। सुविधाओं की कमी के बावजूद, अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और अथक मेहनत के दम पर उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल किया। ✨🚀
सुनीता के पिता, चुन्नी लाल सरोज, जो पेशे से किसान हैं, ने हमेशा अपनी बेटी का साथ दिया। 🌾👨‍🌾 जब उन्होंने देखा कि उनकी बेटी को खेलों में गहरी रुचि है, तो उन्होंने उसे लखनऊ के केडी सिंह स्टेडियम में एथलीट वर्ग में दाखिला दिलाया। पिता के समर्थन और कोच पुष्पेंद्र लोधी की मार्गदर्शन ने सुनीता को इस ऊंचाई तक पहुंचाया। 🙏
भोपाल में आयोजित इस फाइनल मुकाबले में 3000 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल जीतकर सुनीता ने पूरे गांव को गर्वित किया है। 🏆 स्टेट एथलीट में पहला स्थान प्राप्त करने के साथ ही उन्होंने एशिया यूथ एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अपनी जगह भी सुनिश्चित कर ली है। जब सुनीता अपने गांव लौटीं, तो उनके स्वागत में गांव भर में खुशी का माहौल था। 🌟🎉
बरई बधवा गांव में सुनीता का भव्य स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने उन्हें सम्मानित करते हुए गांव की गलियों में विजय यात्रा निकाली। ग्राम प्रधान और अन्य बुजुर्गों ने सुनीता को मिठाई खिलाई और भविष्य में और ऊंचाइयों को छूने का आशीर्वाद दिया। 🎊🏅 सुनीता ने अपनी इस शानदार जीत का श्रेय अपने कोच पुष्पेंद्र लोधी को दिया, जिनके समर्पण और मार्गदर्शन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। 🙌
सुनीता के पिता चुन्नी लाल ने गर्व से कहा, "बेटी ने हमारा सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। अब हम चाहते हैं कि गांव की दूसरी बेटियाँ भी खेलों में रुचि दिखाएं और हमारे गांव का नाम रोशन करें।" 🌾👧🏽💪
सुनीता की यह प्रेरणादायक यात्रा दिखाती है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। 🚀💫 उनका संघर्ष और सफलता हर किसी के लिए एक मिसाल है, जो हमें सिखाती है कि यदि हौसले बुलंद हों, तो कोई भी राह मुश्किल नहीं होती।

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Nitesh Kumar wins India's first badminton Gold Medal in Paris Paralympics! 🥇

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All records are set to be broken 🔥
#goat massive release across Kerala 💥
#goat in cinemas from 5th September, 2024

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GOLD FOR INDIA!🥇
Sumit Antil defends his Paralympic title as the Tokyo Gold Medallist wins Gold yet again at Paris!🇮🇳💙
Absolute King!👑

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