बिना वस्त्र तू आया जगत में बिना वस्त्र ही जाएगा ।।
प्रभु के नाम की ओढ़ चदरिया तन मन सब डक जाएगा ।।
🙏#जय_श्री_राम?
#जय_जय_श्री_राम 🙏🚩🚩
#गर्व_से_कहो_हम_हिन्दू_हैं 🚩
#सनातन_धर्म_सर्वश्रेष्ठ_है 🚩

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बिना वस्त्र तू आया जगत में बिना वस्त्र ही जाएगा ।।
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हर हर महादेव कीजिए नागमणि के दर्शन ! #photographychallenge
अनदेखा करने वाले होंगे बेहद आभाग्यशाली।❤🙏
*🌹🌻🙏🏻जय श्री हरि 🙏🏻🌻🌹*
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*⚞𖣥 .li वैशाख माह माहात्म्य li ...✍🏻❥*
█▄▄▄ तीसरा--अध्याय ▄▄█
🍃🍃□□□पोष्ट-03 □□□🍃🍃
जो मनुष्य बैशाख मास में ब्राह्मण को सुन्दर चारपाई का दान करता है और उस पर सोये हुए ब्राह्मण को हवा करता है तो सम्पूर्ण धर्मों के साधन से उसका शरीर निरोग रहता है ।
वह योगियों से भी दुर्लभ मोक्ष पद को पाता है। उसके पाप ऐसे ही जल जाते हैं जैसे अग्नि के स्पर्श से कपूर। उस पलंग पर ब्राह्मण के सोने से जीवन के जाने व अनजाने पाप नाश हो जाते हैं।
वह इस जन्म में सुखों को भोगता है, उसके कुल की भी वृद्धि होती है यश और धैर्य मिलता है। उसके कुल में कोई अधर्मी नहीं मिलता है।
वह संसार के भोगों को भोगकर अपने प्राण त्याग कर बैकुण्ठ को जाता है।
जो बैशाख मास में ब्राह्मण को सुन्दर
तकिया दान करता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं,
बिना उसके मनुष्य सुखपूर्वक सो नहीं सकता और पृथ्वी का राज्य भोगता हुआ, सात जन्मों तक सुखी, धर्मपरायण तथा विजयी रहकर अपने सात कुलों सहित मोक्ष को प्राप्त हो जाता है।
जो बैशाख मास में चटाई या आसन दान करता है, जैसे जल में पड़ी हुई वह भीगती नहीं जल से अलग रहती है वैसे ही वह मनुष्य संसार के सब धर्मों से अलग रहता है।
चटाई तथा आसन देने वाला पुरुष आसन और शय्या पर बैठकर सुख भोगता है। जो पुष्प और कुंकुम का दान करता है वह सार्वभौम राजा होता है।
जो जल से भीगी हुई, चम्पा तथा कुश का दान करता है वह सब पापों से दूर होकर सर्वसुख, देवताओं से सहाय किया जाकर मोक्ष को प्राप्त होता है। जो मेष संक्रान्ति में केतकी और मल्लिका का दान करता है,
वह भगवान की आज्ञा से मोक्ष पद प्राप्त करता है। जो सुपारी, सुगन्धित द्रव्य तथा नारियल का दान करता है।
वह सात जन्म तक ब्राह्मण के घर जन्म लेकर सात कुलों सहित विष्णु लोक को प्राप्त होता है।
जो ब्राह्मण के विश्राम के लिए मंडप बनाकर देता है उसको अनन्त फल होता है। जो छाया मंडप बनवाकर बालू गिरवा कर प्याऊ लगाता है वह स्वर्ग का भी स्वामी होता है।
जो रास्ते में बाग, तालाब, कुआं, बावड़ी, प्याऊ आदि लगाता है मानो धर्म उसका पुत्र ही है।
उत्तम शास्त्रों का सुनाना, तीर्थयात्रा, जलदान, सत्संग, अन्नदान पीपल का वृक्ष लगाना तथा पुत्र यह समान ही हैं। ऐसी सन्तान देवताओं को भी दुर्लभ है।
जिनके सन्तान न हो उनको इनमें से एक काम अवश्य करना चाहिए।
👏👏
*जिसे निभा न सको, ऐसा वादा मत करो..!*
*बातें अपनी हद से, ज्यादा मत करो..!*
*तमन्ना रखो, आसमान छू लेने की..!*
*लेकिन औरो को गिराने का, कभी इरादा मत करो..*
*गलत लोग आपकी अच्छाई से भी नफरत करते हैं*
*और सही लोग आप में बुराई जानकर भी आपसे प्यार करते हैं।*
*यही "सम्बन्ध" की परिभाषा" है ।*
🌹 🌹 *सुप्रभात* 🌹 🌹
*🌹🌹शुभ शनिवार🌹🌹*
*✍️आपका दिन मंगलमय हो🙏*
*🙏🏻 है मेरे श्याम सलोने साँवरे📿!!!!!!!🚩*
🌷🌷🌷👣🌷🌷🌷
*एक आपके ख्वाबो का शोक, एक आपकी याद की आदत!!*
*आप ही बताओ मेरे साँवरे, सोकर आपका दीदार करूँ या जाग कर आपको याद...*
🍁🍁🍁🌼🍁🍁🍁
*आपके हर हुकुम पर गुजारा करुँ, आपकी हर रजा को गंवारा करुँ!!*
*बने आईना आप मेरा मेरे कन्हैया, आपको देख देख खुद को संवारा करुँ...*
☘️☘️☘️🌻☘️☘️☘️
*🍃मेरी पहचान मेरे राधेश्याम सरकार की !!!💕*
🌸🌸🌸🌹🌸🌸🌸
*🌷जय जय श्री राधेश्याम👣सरकार की
श्री गणेशाय नम:
श्रीकृष्णाय नम:
श्री कृष्ण के अनमोल वचन(Conti..)
- यदि कोई बड़े से बड़ा दुराचारी भी अनन्य भक्ति भाव से मुझे भजता है, तो उसे भी साधु ही मानना चाहिए और वह शीघ्र ही धर्मात्मा हो जाता है तथा परम शान्ति को प्राप्त होता है।
- जैसे प्रज्वलित अग्नि लकड़ी को जला देती है; वैसे ही ज्ञान रुपी अग्नि कर्म के सारे बन्धनो को नष्ट कर देती है।
- अपने आप जो कुछ भी प्राप्त हो, उसमें सन्तुष्ट रहने वाला, ईर्ष्या से रहित, सफलता और असफलता में समभाव वाला कर्मयोगी कर्म करता हुआ, भी कर्म के बन्धनों में नहीं बँधता है।
- जो आशा रहित है जिसके मन और इन्द्रियां वश में है, जिसने सब प्रकार के स्वामित्व का परित्याग कर दिया है, ऐसा मनुष्य शरीर से कर्म करते हुए भी पाप को प्राप्त नहीं होता।
- काम ,क्रोध और लोभ यह चीजों को नरक की ओर ले जाने वाले तीन द्वार हैं।
- इन्द्रियां शरीर से श्रेष्ठ कही जाती है, इन्द्रियों से परे मन है और मन से परे बुद्धि है, और आत्मा बुद्धि से भी अत्यन्त श्रेष्ठ है।
- क्रमशः
हरि ॐ तत्सत्
ॐ गुं गुरुवे नम:
शुभ हों दिन रात सभी के
विशेष- डाटा घुसपैठियों की समस्या के कारण अपने सभी मेहरबानों की टिप्पणी को 'लाइक' करना मुश्किल हो रहा है। कृपया क्षमा करें