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सब ट्रेनिंग होती है,एक ओर वो हैं जो बोरे में बंद होकर भी उसको आजादी मानती हैं और एक ओर आप हैं जो अपनी बिन्दी,चूड़ी को भी गुलामी मान बैठती हैं।
यह भी ट्रेनिंग और माइंड वाशिंग ही है कि सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करनेवाली व्यवस्था आपको पाखंड और पोंगापंथ लगती है और केवल सेक्स के लिए किया गया अनुबंध जीवन का सबसे भरोसेमंद वादा।
सब ट्रेनिंग और माइंड वाशिंग ही है कि कोई गटर में रहकर गर्व अनुभव कर रहा है और कोई गंगा नहाकर भी आत्म ग्लानि से भरा है।