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एक पूंजीपति एक दोस्त को अपने साथ अपने कारखाने में घुमाने लाया
मित्र पूछता है, "तुमने अभी उस आदमी से क्या कहा?"
"मैंने उस से जल्दी जल्दी काम करने के लिए कहा",
पूंजीपति ने जवाब दिया
"आप उसे कितना भुगतान करते हैं?"
मित्र ने पूछा
" पांच सौ रूपये एक दिन के "
पूंजीपति ने जवाब दिया
"आपको उसे देने के लिए पैसे कहाँ से मिलते हैं "
मित्र ने पूछा ?
"मैं माल बेचता हूं",
पूंजीपति ने उत्तर दिया
"वो माल कौन बनाता है?"
मित्र ने पूछा
"वही मजदूर बनाता है",
पूंजीपति ने जवाब दिया
"वह एक दिन में कितने रुपये का माल बनाता है?"
मित्र ने पूछा
" पचास हज़ार रूपये मूल्य का ",
पूंजीपति ने जवाब दिया
"तब", "आप उसे भुगतान नहीं करते बल्कि वह मज़दूर आपको रोज़ उन्चास हज़ार पांच सौ का भुगतान करता है
ताकि आप उसे तेजी से काम करने के लिए डांट सकें"
"हुंह", पूंजीपति कहता हैं, "
तो क्या हुआ , मैं मशीनों का मालिक हूं"
"आपको मशीनें कैसे मिलीं?"
मित्र ने पूछा
"मैंने माल बेच दिया और उन पैसों से मशीनें खरीदीं ",
पूंजीपति ने जवाब दिया
"और उस माल को किसने बनाया ?"
दोस्त पूछता है
"चुप रह यार मजदूर सुन लेगा
मेरी फैक्टरी में हड़ताल करवायेगा क्या ?