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दुनिया की सबसे धनी महिलाओं
में शुमार लॉरेन पॉवल जॉब्स प्रयागराज
में होने जा रहे महाकुंभ में आ रही हैं🔥
वह प्रयागराज में रेती पर कल्पवास करेंगी
जी हाँ
यूपी के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ में एपल के को-फाउंडर रहे स्टीब जॉब्स की पत्नी भी शामिल होने आ रही हैं. और महाकथा में प्रथम यजमान भी बनेंगी.
Apple के संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अरबपति कारोबारी लॉरेन यहां 17 दिनों तक रहेंगी और कल्पवास में साधुओं की संगत में सादगीपूर्ण जीवन गुजारेंगी। दिवंगत पति स्टीव की तरह ही लॉरेन भी हिंदू और बौद्ध धर्म से खास जुड़ाव रखती हैं।
मोहम्मद बिन सलमान इस्लामिक पवित्र भूमि सऊदी अरब को आधुनिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं.
इसकी शुरुआत उन्होंने महिलाओं को अधिकार देकर की.
हज़ारों सालों से सऊदी अरब में महिलाएं पर्दे में थीं. पुरषों का उनपर आधिपत्य स्थापित था.
मोहम्मद बिन सलमान ने पहले 72 मुल्लाओं को जेल में बंद किया जो महिलाओं को अधिकार देने का विरोध कर रहे थे.
सऊदी अरब में के नए कानून के मुताबिक अब,
बुर्का और नकाब विकल्प है, महिलाओं पर निर्भर पहनना है या नही.
महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस हासिल कर गाड़ी चला सकती हैं.
अकेले देश में कहीं भी आ जा सकती हैं. गाना गा सकती हैं, नाच सकती हैं, रील बना सकती हैं. हर वो काम कर सकती हैं जो पुरूष कानूनी रूप से करता है.
मोहम्मद बिन सलमान ने धार्मिक पुलिस से उसके उन अधिकारों को छीन लिया जिसके आधार पर वो महिलाओं को प्रताड़ित करते थे.
एक तरफ सऊदी अरब कट्टरता से बाहर निकल रहा है तो दूसरी तरफ भारत समेत यूरोप के कुछ देशों में कट्टरता धर्म और फासिवद के नाम पर बढ़ती जा रही है.
मोहम्मद बिन सलमान इस्लामिक पवित्र भूमि सऊदी अरब को आधुनिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं.
इसकी शुरुआत उन्होंने महिलाओं को अधिकार देकर की.
हज़ारों सालों से सऊदी अरब में महिलाएं पर्दे में थीं. पुरषों का उनपर आधिपत्य स्थापित था.
मोहम्मद बिन सलमान ने पहले 72 मुल्लाओं को जेल में बंद किया जो महिलाओं को अधिकार देने का विरोध कर रहे थे.
सऊदी अरब में के नए कानून के मुताबिक अब,
बुर्का और नकाब विकल्प है, महिलाओं पर निर्भर पहनना है या नही.
महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस हासिल कर गाड़ी चला सकती हैं.
अकेले देश में कहीं भी आ जा सकती हैं. गाना गा सकती हैं, नाच सकती हैं, रील बना सकती हैं. हर वो काम कर सकती हैं जो पुरूष कानूनी रूप से करता है.
मोहम्मद बिन सलमान ने धार्मिक पुलिस से उसके उन अधिकारों को छीन लिया जिसके आधार पर वो महिलाओं को प्रताड़ित करते थे.
एक तरफ सऊदी अरब कट्टरता से बाहर निकल रहा है तो दूसरी तरफ भारत समेत यूरोप के कुछ देशों में कट्टरता धर्म और फासिवद के नाम पर बढ़ती जा रही है.
मोहम्मद बिन सलमान इस्लामिक पवित्र भूमि सऊदी अरब को आधुनिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं.
इसकी शुरुआत उन्होंने महिलाओं को अधिकार देकर की.
हज़ारों सालों से सऊदी अरब में महिलाएं पर्दे में थीं. पुरषों का उनपर आधिपत्य स्थापित था.
मोहम्मद बिन सलमान ने पहले 72 मुल्लाओं को जेल में बंद किया जो महिलाओं को अधिकार देने का विरोध कर रहे थे.
सऊदी अरब में के नए कानून के मुताबिक अब,
बुर्का और नकाब विकल्प है, महिलाओं पर निर्भर पहनना है या नही.
महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस हासिल कर गाड़ी चला सकती हैं.
अकेले देश में कहीं भी आ जा सकती हैं. गाना गा सकती हैं, नाच सकती हैं, रील बना सकती हैं. हर वो काम कर सकती हैं जो पुरूष कानूनी रूप से करता है.
मोहम्मद बिन सलमान ने धार्मिक पुलिस से उसके उन अधिकारों को छीन लिया जिसके आधार पर वो महिलाओं को प्रताड़ित करते थे.
एक तरफ सऊदी अरब कट्टरता से बाहर निकल रहा है तो दूसरी तरफ भारत समेत यूरोप के कुछ देशों में कट्टरता धर्म और फासिवद के नाम पर बढ़ती जा रही है.