Знакомьтесь сообщенийИзучите увлекательный контент и разнообразные точки зрения на нашей странице «Обнаружение». Находите свежие идеи и участвуйте в содержательных беседах
बाबा साहब आंबेडकर और स्वातंत्र्यवीर सावरकर के जीवनी लेखक धनंजय कीर:
14 अक्टूबर 1956 को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और उनके अनुयायियों ने बौद्ध धर्म अपना लिया, जो एक महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक घटना थी।
लेकिन सावरकर ने इस परिवर्तन को हिंदुत्व के दृष्टिकोण से देखा।
सावरकर ने कहा कि बौद्ध आंबेडकर मूल रूप से हिंदू आंबेडकर ही हैं, क्योंकि बौद्ध धर्म भले ही वेदों पर आधारित न हो, लेकिन यह एक भारतीय धार्मिक प्रणाली है और हिंदुत्व की सांस्कृतिक और सभ्यतागत परिधि के भीतर ही है।
सावरकर ने इसे धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि भारतीय पहचान की पुष्टि माना।
उन्होंने कहा कि उनकी परिभाषा के अनुसार, नव-बौद्धों के लिए भी भारत ही उनकी पुण्य भूमि और पितृभूमि है।
विजय दिवस पर तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम को नमन 🙏🏽
बांग्लादेश सरकार ने उन्हें “1971 का युद्ध वीर” कह कर सम्मानित किया था।
बाद में बाबू जगजीवन राम को कांग्रेस से बाहर जाना पड़ा।
जब केंद्र में ग़ैर-कांग्रेसी सरकार बनी तब जाकर 1991 में उन पर डाक टिकट जारी हुआ।