कल यह ग़ज़ब संयोग देखने को मिला ❣️ राजस्थान के बीकानेर में टीचर पिता के रिटायरमेंट ऑर्डर पर उनके प्रधानाचार्य बेटे ने हस्ताक्षर किए। यह मामला राजस्थान के बीकानेर जिले के नोखा क्षेत्र राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल बंधड़ा का है।....✍️✍️
सरकारी नौकरियों के लिए सड़कों पे ये जो लट्ठ खाते रहते हैं आए दिन.. किसी न किसी आंदोलन या प्रदर्शन में.. ये और क्यों होता है? किसी व्यापारी या बिज़नेस वाले बंदे को ऐसे सड़कों पर लट्ठ खाते देखा है? ये कठोर "साधना" और कठोर "त्याग" इसीलिए होता है.. कि 4 साल में 400 करोड़ अंटी कर सके।
सरकारी नौकरियों के लिए सड़कों पे ये जो लट्ठ खाते रहते हैं आए दिन.. किसी न किसी आंदोलन या प्रदर्शन में.. ये और क्यों होता है? किसी व्यापारी या बिज़नेस वाले बंदे को ऐसे सड़कों पर लट्ठ खाते देखा है? ये कठोर "साधना" और कठोर "त्याग" इसीलिए होता है.. कि 4 साल में 400 करोड़ अंटी कर सके।
सरकारी नौकरियों के लिए सड़कों पे ये जो लट्ठ खाते रहते हैं आए दिन.. किसी न किसी आंदोलन या प्रदर्शन में.. ये और क्यों होता है? किसी व्यापारी या बिज़नेस वाले बंदे को ऐसे सड़कों पर लट्ठ खाते देखा है? ये कठोर "साधना" और कठोर "त्याग" इसीलिए होता है.. कि 4 साल में 400 करोड़ अंटी कर सके।
सरकारी नौकरियों के लिए सड़कों पे ये जो लट्ठ खाते रहते हैं आए दिन.. किसी न किसी आंदोलन या प्रदर्शन में.. ये और क्यों होता है? किसी व्यापारी या बिज़नेस वाले बंदे को ऐसे सड़कों पर लट्ठ खाते देखा है? ये कठोर "साधना" और कठोर "त्याग" इसीलिए होता है.. कि 4 साल में 400 करोड़ अंटी कर सके।