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जय हिंद जय भारत
सिर्फ अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर करने से वोट नहीं मिलता, अगर ऐसा होता तो अंबेडकर जी के पोते चुनाव जीत जाते! उनकी पार्टी की कई सीटों पर जमानत जब्त नहीं होती। वोट के लिए गरीबों का उत्थान करना होता है।
आइए आपको वो कड़वी सच्चाई बताता हूं जो कोई नहीं बताएगा। इस सच्चाई को देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। आपकी भी आंखें खुल जाएंगी। आप भी कहेंगे- वाह-वाह-वाह! क्या सच्चाई बताया। क्या खुलासा किया।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पोते हैं- प्रकाश अंबेडकर। प्रकाश अंबेडकर की "वंचित बहुजन अघाड़ी" ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपने कई उम्मीदवार उतारे। प्रकाश अंबेडकर मुस्लिम वोट के लिए मजार गए, टोपी लगाए।
38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे। एक भी सीट नहीं निकली। ख़ुद प्रकाश अंबेडकर चुनाव हार गए। कई सीटों पर जमानत जब्त हो गई। यहां देश के राजनीतिक दल सदन में बेवजह माहौल ख़राब करके रखे हैं!
साभार puspendra kulshrestha fan club 👏
राजा लोग हारे रानी ने हलवाई से रचाई शादी♥️💯
एक राजा की बेटी की शादी होनी थी। बेटी की यह शर्त थी कि जो भी 20 तक की गिनती सुनाएगा, वही राजकुमारी का पति बनेगा। गिनती ऐसी होनी चाहिए जिसमें सारा संसार समा जाए। जो यह गिनती नहीं सुना सकेगा, उसे 20 कोड़े खाने पड़ेंगे। यह शर्त केवल राजाओं के लिए ही थी।
अब एक तरफ राजकुमारी का वरण और दूसरी तरफ कोड़े! एक-एक करके राजा-महाराजा आए। राजा ने दावत का आयोजन भी किया। मिठाई और विभिन्न पकवान तैयार किए गए। पहले सभी दावत का आनंद लेते हैं, फिर सभा में राजकुमारी का स्वयंवर शुरू होता है।
एक से बढ़कर एक राजा-महाराजा आते हैं। सभी गिनती सुनाते हैं, जो उन्होंने पढ़ी हुई थी, लेकिन कोई भी ऐसी गिनती नहीं सुना पाया जिससे राजकुमारी संतुष्ट हो सके।
अब जो भी आता, कोड़े खाकर चला जाता। कुछ राजा तो आगे ही नहीं आए। उनका कहना था कि गिनती तो गिनती होती है, राजकुमारी पागल हो गई है। यह केवल हम सबको पिटवा कर मज़े लूट रही है।
यह सब नज़ारा देखकर एक हलवाई हंसने लगा। वह कहता है, "डूब मरो राजाओं, आप सबको 20 तक की गिनती नहीं आती!"
यह सुनकर सभी राजा उसे दंड देने के लिए कहने लगे। राजा ने उससे पूछा, "क्या तुम गिनती जानते हो? यदि जानते हो तो सुनाओ।"
हलवाई कहता है, "हे राजन, यदि मैंने गिनती सुनाई तो क्या राजकुमारी मुझसे शादी करेगी? क्योंकि मैं आपके बराबर नहीं हूँ, और यह स्वयंवर भी केवल राजाओं के लिए है। तो गिनती सुनाने से मुझे क्या फायदा?"
पास खड़ी राजकुमारी बोलती है, "ठीक है, यदि तुम गिनती सुना सको तो मैं तुमसे शादी करूँगी। और यदि नहीं सुना सके तो तुम्हें मृत्युदंड दिया जाएगा।"
सब देख रहे थे कि आज तो हलवाई की मौत तय है। हलवाई को गिनती बोलने के लिए कहा गया।
राजा की आज्ञा लेकर हलवाई ने गिनती शुरू की:
"एक भगवान,
दो पक्ष,
तीन लोक,
चार युग,
पांच पांडव,
छह शास्त्र,
सात वार,
आठ खंड,
नौ ग्रह,
दस दिशा,
ग्यारह रुद्र,
बारह महीने,
तेरह रत्न,
चौदह विद्या,
पन्द्रह तिथि,
सोलह श्राद्ध,
सत्रह वनस्पति,
अठारह पुराण,
उन्नीसवीं तुम और
बीसवां मैं…"
सब लोग हक्के-बक्के रह गए। राजकुमारी हलवाई से शादी कर लेती है! इस गिनती में संसार की सारी वस्तुएं मौजूद हैं। यहाँ शिक्षा से बड़ा तजुर्बा है। 🙏🏻