Entdecken BeiträgeEntdecken Sie fesselnde Inhalte und vielfältige Perspektiven auf unserer Discover-Seite. Entdecken Sie neue Ideen und führen Sie bedeutungsvolle Gespräche
Reduce energy bills and embrace clean power with expert home solar panel installation. Simply Solar provides customized systems and professional service to ensure a smooth, efficient transition to renewable energy for every homeowner.
Visit - https://simplysolar.com/
Guru Meharsingh Akhada के पहलवान Anil Mor🥇ने Mongolia मे आयोजित 3rd World Ranking Series मे भारत देश 🇮🇳 के लिए Gold Medal 🥇 प्राप्त करने पर बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं।🎉🎉
#anil_mor Gold Medal 🎖
सिनियर कोच श्री रणबीर सिंह ढ़ाका जी, सिनियर कोच श्री रवि अहलावत जी, रिटायर कैप्टन धर्मवीर हुड्डा, कोच जयवीर हुड्डा, कोच हरदीप सिंह रोज, कोच सोनू कुमार, कोच रींकु राठी, भाई मोहित मलिक हल्का बरोदा व समस्त गुरु मेहरसिंह अखाड़ा टीम को बधाई हो। 🙏🏼🙏🏼
हिन्दुओं को छोड़कर अन्य सभी धर्मों को एक और संरक्षित किया गया है। हर किसी के पास वैश्विक धार्मिक चेतना है। हिन्दू असुरक्षित, एकांत, भ्रमित, विखण्डित, आत्मप्रिय, विचलित, निर्बल, और सो रहे हैं। हिन्दू इस नींद की स्थिति से तभी मुक्त हो सकता है जब ज्ञान की आँखें खुली हों।
अब समय आ गया है हिन्दुओ को एकजुट होकर लड़ने का जो सामना कर रहे हैं हमारे खिलाफ नफरत फैलाने का वरना इस पावन भूमि में राम सैनिक नष्ट हो जाते हैं।
------------- जय श्री राम 🚩 🚩 🚩
Guru Meharsingh Akhada के 2️⃣ पहलवानों ने (Palwal) मे आयोजित U-17 National Wrestling championship मे दोनो पहलवानों ने Gold Medal प्राप्त करने पर Asia Championship मे चयन होने पर हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं।🎉🎉
IND🇮🇳#sachin_pannu_80kg 🥇
IND🇮🇳#anuj_kaliraman_65kg 🥇
कौन कहता है कि हमारे पहाड़ों के बच्चों में टैलेंट की कमी है? ज़रा मिलिए अल्मोड़ा की रहने वाली इंटर कॉलेज की छात्रा ईशा से, जिसने अपनी कला से यह साबित कर दिया है कि लगन और रचनात्मकता से कुछ भी संभव है। ईशा ने पिरूल से इतनी खूबसूरत टोकरियां बनाई हैं कि उनकी तारीफ हर जगह हो रही है।
जंगलों में आग लगने का एक बड़ा कारण माने जाने वाले पिरूल का बेहतर इस्तेमाल कैसे करना है, यह हमें नन्ही ईशा से सीखने की ज़रूरत है। उसकी बनाई टोकरियां सिर्फ़ सुंदर ही नहीं, बल्कि बेहद टिकाऊ भी हैं, और तो और, ये पॉलीथिन का एक बेहतरीन विकल्प बन सकती हैं। सोचिए, एक ओर पर्यावरण बचेगा और दूसरी ओर पिरूल आजीविका का साधन भी बन जाएगा।
उत्तराखंड के नैनीताल और अल्मोड़ा ज़िले की सीमा से सटे रामगढ़ ब्लॉक के खैरदा गांव में रहने वाली नवीं की छात्रा ईशा ने खेल-खेल में कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसने हमारा दिल जीत लिया है। शहरी चकाचौंध से दूर इस गांव की इस बेटी ने अपनी कलाकारी से यह दिखा दिया है कि हुनर किसी पहचान का मोहताज नहीं होता।
ईशा की ये पिरूल की टोकरियां सिर्फ़ हस्तकला का नमूना नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि अगर इरादे मज़बूत हों, तो किसी भी 'दुश्मन' को दोस्त बनाया जा सकता है। ईशा ने पिरूल को पहाड़ का दुश्मन कहने वालों को एक नया रास्ता दिखाया है - एक ऐसा रास्ता जो पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता की ओर ले जाता है। उसकी बनाई ये टोकरियां आपको भी ज़रूर पसंद आएंगी!
#uttarakhand