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 पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः। 
पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवताः॥ 
पितरौ यस्य तृप्यन्ति सेवया च गुणेन च। 
तस्य भागीरथीस्नानमहन्यहनि वर्तते॥🙏🏻✨ 
जन्मदिन की अनंत अनंत शुभकामनाएं आदरणीय पिताजी 🌍❤️ मां गायत्री का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे हैं✨ ईश्वर आपको सदैव स्वस्थ प्रसन्न एवं दीर्घायु रखें।
        
    	
 पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः। 
पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवताः॥ 
पितरौ यस्य तृप्यन्ति सेवया च गुणेन च। 
तस्य भागीरथीस्नानमहन्यहनि वर्तते॥🙏🏻✨ 
जन्मदिन की अनंत अनंत शुभकामनाएं आदरणीय पिताजी 🌍❤️ मां गायत्री का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे हैं✨ ईश्वर आपको सदैव स्वस्थ प्रसन्न एवं दीर्घायु रखें।
        
    	
 पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः। 
पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवताः॥ 
पितरौ यस्य तृप्यन्ति सेवया च गुणेन च। 
तस्य भागीरथीस्नानमहन्यहनि वर्तते॥🙏🏻✨ 
जन्मदिन की अनंत अनंत शुभकामनाएं आदरणीय पिताजी 🌍❤️ मां गायत्री का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे हैं✨ ईश्वर आपको सदैव स्वस्थ प्रसन्न एवं दीर्घायु रखें।

          
        
        
    	
 विश्वनाथन आनंद ने 37 साल बाद गंवाया शीर्ष खिलाड़ी का ताज 
भारत के 17 साल के खिलाड़ी डी गुकेश ने छीनी बादशाहत 
खेलपथ संवाद 
नई दिल्ली। भारत के महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने 37 साल बाद अपनी बादशाहत गंवा दी है। अब वह देश के सबसे बेहतरीन रैंकिंग वाले खिलाड़ी नहीं हैं। 17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश अब सबसे बेहतरीन रैंकिंग वाले भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं। आनंद ने तीन दशक से अधिक समय के बाद भारत के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी का ताज गंवाया है। आनंद जुलाई 1986 से भारत के शीर्ष खिलाड़ी बने हुए थे।