जाट सम्राट अनंगपाल तोमर का एक फोटो हाथ से 2×3 का  
रु 10000 में बनवाया है 10 दिन में मिलेगा 
दिल्लीपति कुंतल जाट महाराजा अनंगपाल तोमर , द्वितीय का जन्म 20 जुलाई 1024  ईस्बी सन में हुआ था ,  
अब जन्म की 1000 बी साल चल रही है 20 जुलाई 2024 तक बहुत कुछ होना चाहिए।  
वर्ष 1051 से 1081 के अंत तक  दिल्ली से राज किया,  
30 साल 5 माह 
दिल्ली से ही मथुरा ,बृन्दाबन, 
सौनौठ,  सौख, फरह, गोवर्धन, भरतपुर,  करौली , दौसा, आगरा , ग्वालियर,  भिंड मुरैना , होते हुए अलीगढ,  बुलंद शहर, बडौत, बागपत, पंजाब प्रांत तक राज किया है। 
इनके बाबा सलक्षणपाल देव तौमर जी , महाभारत काल में महाराजा युधिष्ठिर से 69 बी पीढी पर हुये उन्होने देश तोमर खाप की नीम डाली, और  
 इनके पिता का नाम गोपाल देव तौमर था,  
इस तरह 71 वी पीढी पर अनंगपाल तौमर द्वितीय हुये 
इनके दो बेटे हुए एक आजीवन ब्रह्मचारी रहे,  
लेकिन परिवार के बच्चे को गोद लेकर दिल्ली से राज किया, छोटे जरारदेव हुये , इनके आठ पुत्र हुये  
आठौ मे आठ खेरे की भूमि को बांटकर खूटैल पटटी मथुरा भरतपुर मे है  
92 पीढी पर राजा हठी सिंह का जन्म 06 अप्रैल 1680 को सौख गढ , मथुरा मे हुआ,  
राजा हठी सिंह को वृजराज और मेवात विजेता की उपाधि लेखकौ ने दी है, 
वृजराज मेवात विजेता राजा हठी सिंह ने नूह, अलवर, गुड़गांव पर 7 माह कब्जा रखा , और दौसा, कोटा , बूंदी , तक राज था ।।